राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित एक एनजीओ है जिसका नाम सेवा मंदिर है। सेवा मंदिर एक जमीनी स्तर पर काम करने वाला गैर सरकारी संगठन है जिसकी स्थापना साल 1966 में डॉ. मोहन सिन्हा मेहता ने की थी। वर्तमान में सेवा मंदिर की सीईओ प्रियंका सिंह है जो इसका प्रबंधन संभालती है।
सेवा मंदिर एनजीओ मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधन विकास और स्थिरता, गांवो का विकास, महिला सशक्तीकरण, बच्चों की शिक्षा व स्वास्थ्य की देखभाल करना, सतत शिक्षा और बच्चों के कल्याण के लिए काम करता है। ये एनजीओ मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में काम करता है।
सेवा मंदिर के प्रोजेक्ट विभिन्न जगहों पर चल रहे है। इनके प्रोजेक्ट के अन्तर्गत उदयपुर व राजसंमद में रहने वाले 70,000 घरों और 30,000 निवासियों को प्रभावित करने की अनुमति मिली हुई है।
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सेवा मंदिर के प्रोजेक्ट करीब 600 से ज्यादा गांवो व 60 शहरी स्थानों में चल रहे है। सेवा मंदिर करीब 300 से ज्यादा लोगों का स्टाफ रखता है। साथ ही इस एनजीओ में सालाना भारत व विदेशों से करीब 100 के लगभग स्वयंसेवक और इंटर्न काम करने आते है। सेवा मंदिर एनजीओ विश्व बैंक के साथ मिलकर शहरी गरीबी पहल कार्यक्रम पर भी काम कर रहा है।
सेवा मंदिर के काम व उद्देश्य
- स्थानीय स्वशासन– सेवा मंदिर एनजीओ गांवो के विकास के लिए काम करता है। इसके तहत एनजीओ ने गांवों में कई केन्द्र बनाए है जिसमें गांव के सक्रिय लोगों को शामिल किया जाता है। गांवो में प्रोजेक्ट चलाने के लिए स्थानीय सरकार की मदद ली जाती है। सेवा मंदिर में काम करने वाले लोग गांव के विभिन्न समुदायों को एकजुट करते है।
- शिक्षा– ये एनजीओ गांवो में शिक्षा से वंचित बच्चों को पढ़ाने में भी काफी मदद करता है। तकरीबन 173 वैकल्पिक स्कूलों के माध्यम से ग्रामीण बच्चों को गुणवत्तापूर्वक प्राथमिक शिक्षा दी जाती है। एनजीओ की कोशिश स्कूलों में नहीं आने वाले बच्चों को प्राथमिक शिक्षा पहुंचाने की है। साथ ही सरकारी स्कूलों के साथ ही भागीदारी निभाई जाती है।
- स्वास्थ्य- सेवा मंदिर एनजीओ स्वास्थ्य को लेकर भी उदयपुर के आसपास के गांवो में काम करते है। इसके तहत करीब 422 सामुदायिक स्वास्थ्य श्रमिकों की मदद से 152 गांवों में महिला एवं बाल स्वास्थ्य को सुधारने में प्रगति की है। स्वास्थ्य के लिए स्वच्छ पेयजल व सरकारी अस्पतालों तक पहुंचने में भी मदद की जाती है।
- स्थिर प्राकृतिक संसाधन- ये एनजीओ ग्रामीण क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधन की स्थिरता के लिए भी काम कर रहा है। 35 से अधिक वर्षों तक करीब 400 से अधिक गांवों में सेवा मंदिर ने 16,000 हेक्टेयर सामान्य भूमि की रक्षा की है। 6,000 परिवारों के लिए टिकाऊ वाटरशेड बनाया है और 10,000 से अधिक किसानों ने उनकी कृषि उपज सुधारने में मदद की है। साथ ही खेती की आजीविका को मजबूती प्रदान की है।
- महिला सशक्तीकरण- राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं व पुरूषों में सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भेदभाव किया जाता है। महिलाओं को पुरूषों के बराबर नहीं समझकर कमतर आंका जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए सेवा मंदिर एनजीओ की 48 महिला समूहों के द्वारा जमीनी स्तर पर महिलाओं के साथ किए जा रहे भेदभाव के खिलाफ आवश्यक कदम उठाए जाते है।
- युवा विकास कार्यक्रम- गांवो और शहर की कच्ची बस्तियों में सेवा मंदिर एनजीओ युवाओं को संगठित करने, नौकरी के लिए प्रशिक्षण देने व यौन स्वास्थ्य संबंधी सूचना देने पर काम करता है। वर्तमान में युवाओं के विकास के लिए सेवा मंदिर 21 युवा केंद्रों को चलाता है जो कि युवाओं की विभिन्न समस्याओं पर काम कर रहे है।
- बच्चों की देखभाल- सेवा मंदिर छोटे बच्चों की देखभाल से संबंधित कार्यक्रम भी चलाता है। सेवा मंदिर 1-5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के शैक्षिक, पोषण सहित विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काम करता है। इसके अलावा सेवा मंदिर एक बाल प्रतिनिधि कार्यक्रम भी चलाता है जो बच्चों को स्कूल भेजता है और सामुदायिक विकास प्रक्रिया में बच्चों की भागीदारी को बढ़ावा देता है।
- सामाजिक उद्यम कार्यक्रम- सेवा मंदिर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए सामाजिक उद्यमिता कार्यक्रम चलाता है। इसके तहत गरीब ग्रामीण लोगों की आजीविका के संसाधनों को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। सेवा मंदिर वर्तमान में करीब 700 गांवों की महिलाओं को रोजगार देने वाला एक स्वतंत्र कपड़ा व्यवसाय भी चला रहा है।
सेवा मंदिर एनजीओ में भागीदारी के अवसर
सेवा मंदिर एनजीओ वास्तव में विभिन्न क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर काम कर रहा है, जिसका लाभ जरूरतमंदों को मिल रहा है। सेवा मंदिर एनजीओ से जुड़ने के लिए यह लोगों को अवसर प्रदान करता है।
ये एनजीओ साल में 100 से ज्यादा इंटर्नों को प्रशिक्षित करता है व जमीनी स्तर पर काम करने का अनुभव प्रदान करता है। यहां पर इंटर्न के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी हर उम्र के लोग आते है।
सेवा मंदिर के प्रयासों की सराहना करते हुए कई लोगों ने इस एनजीओ को फंड भी दिया है। सेवा मंदिर के प्रोजेक्ट्स पूरे करने के लिए बड़ी मात्रा में धन की भी आवश्यकता होती है। इसलिए इस एनजीओ में फंड के माध्यम से भी अपनी भागीदारी निभाई जा सकती है।
सेवा मंदिर एनजीओ के पार्टनर भी है जो कि देश ही नहीं विदेशों में भी है। ये यूके और यूएसए में है जो सेवा मंदिर एनजीओ के लिए फंड जुटाने का काम करते है।
एनजीओ में काम काम करने के लिए समय-समय पर नौकरी के अवसर भी मिलते है। जिसके तहत कोई भी योग्यताधारी इस एनजीओ में शामिल होकर अपनी सहभागिता दे सकता है।