विदेश मंत्री सुषमा स्वराज रूस, चीन, सिंगापुर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के समकक्षों से मुलाकात करेंगे और उन्हें पाकिस्तान में जैश ए मोहम्मद के आतंकी कैंपो को तबाह करने बाबत बताएँगे। अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ के साथ सुषमा स्वराज ने फ़ोन पर बातचीत करते हुए हवाई हमले के पीछे कारण को बताया था।
सुषमा स्वराज ने माइक पोम्पिओ को विश्वास दिलाया कि यह आतंकी हमला सिर्फ जैश के आतंकियों को निशाने पर रखकर किया गया था, इसका मकसद नागरिकों को हताहत करने का नहीं था। साथ ही में स्वराज ने चीनी विदेश मंत्री वांग यी से भी बातचीत की।
सुषमा स्वराज ने सिंगापुर, बांग्लादेश और अफगानिस्तान सम्कक्षियों को हवाई हमले के बाबत जानकारी दी थी। साथ ही विदेश सचिव ने सभी प्रमुख देशों ब्रिटेन, रूस, चीन, फ्रांस और अमेरिका के राजदूतों के साथ मुलाकात की थी।
राजदूतों को किया अवगत
विदेश सचिव ने श्रीलंका, मालदीव, अफगानिस्तान, भूटान, तुर्की और इंडोनेशिया के राजदूतों को हवाई हमले के बाबत जानकारी दी थी। अमेरिकी राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा कि “मैंने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से हमारी करीबी साझेदारी और क्षेत्रीय शांति और सुरसक्षा के साझा लक्ष्य के बाबत बातचीत की थी।”
अमेरिका का आग्रह
उन्होंने कहा कि “मैंने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बातचीत की कि कैसे मौजूदा तनाव को कम किया जा सके और सैन्य कार्रवाई न हो। पाकिस्तान को तत्काल अपनी सरजमीं से संचालित आतंकी समूहों के खिलाफ अर्थपूर्ण कार्रवाई करनी होगी।”
पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 12 मिराज और 200 लड़ाकू विमानों से आतंकियों के ठिकानों को तबाह किया है। भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादियों के ठिकानों पर 1000 किलोग्राम के बम गिराए और उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया था।