नवजोत सिंह सिद्धू, “करतारपुर कॉरिडोर” के समारोह में पाकिस्तान क्या गए, देश भर के राजनेताओ ने उनकी कड़े शब्दों में निंदा करनी शुरू कर दी। और फिर उसी हड़बड़ाहट में उन्होंने एक विवादित बयां दे डाला जिसमे उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी उनके कप्तान हैं और वे उन्ही के कहने पर पाकिस्तान गए थे।
उनके इस बयां के बाद, उन्ही की पार्टी कांग्रेस ने उन्हें धमकी देकर कहा कि अगर वे अमरिंदर सिंह को कप्तान नहीं मान सकते तो वे मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा दे सकते हैं। और अब इसी कड़ी में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में टिपण्णी देते हुए कहा है कि ये उन तीन कप्तानो के आपस की बात है।
रविवार को राजस्थान में लोगो को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस विवाद में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती हैं। उनके मुताबिक, “ये तीन कप्तानो के बीच की लड़ाई है। एक क्रिकेट कप्तान है (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान), एक सैन्य कप्तान हैं(पंजाब के मुख्यमंत्री कप्तान अमरिंदर सिंह) और तीसरे वाले कांग्रेस के कप्तान है(राहुल गाँधी)। मैं अब इस बारे में और टिपण्णी नहीं करना चाहती।”
भाजपा की वरिष्ठ नेता, राहुल गाँधी के ऊपर काफी आग बबूला भी हुई जब राहुल गाँधी ने पीएम के हिंदुत्व के ज्ञान पर सवाल उठाया। स्वराज ने साथ ही साथ कांग्रेस को दोषी करारते हुए कहा कि चुनावो के वक़्त उन्हें कोई एजेंडा नहीं मिल रहा है इसलिए वे अपने आख्यानो को बदल रही है।
उनके अनुसार, “राजस्थान में, कांग्रेस चुनावो का आख्यान बदलना चाहती है। कल राहुल गाँधी ने कहा था कि हमारे प्रधानमंत्री कैसे हिन्दू हैं। वो हमारे विकास के एजेंडा को ऐसी बाते कहकर भटकाना चाहती है। कांग्रेस जानबूझकर ऐसी कोशिश कर रही है ताकी वे चुनावो का आख्यान बदल सके।”
कल, सुषमा ने गाँधी को निशाना बनाते हुए कहा था कि राहुल और उनकी पार्टी, उनके धर्म और जाति को लेकर खुद उलझन में हैं।