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    सुशील मोदी

    बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर एक और बड़ा खुलासा किया है। सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव की 2 और सम्पतियों का खुलासा किया है। सुशील मोदी अब तक बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के सुपुत्र तेजस्वी यादव के मालिकाना हक वाली 30 सम्पतियों का खुलासा कर चुके हैं। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार विधानसभा के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव आज 28 साल की उम्र में ही 30 सम्पतियों के मालिक बन चुके हैं। जब आयकर विभाग, ईडी और सीबीआई इसे लेकर उन पर कार्रवाई करती है तो वो आरोप लगाते हैं कि सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। उनके पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि 28 साल की उम्र में उनके पास इतनी संपत्ति कहाँ से आई।

    तेज प्रताप के नाम की संपत्ति का भी खुलासा

    बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने बुधवार को 2 और सम्पत्तियों का भी खुलासा किया। इनमें बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप के नाम की संपत्ति का भी खुलासा हुआ। सुशील मोदी ने मोहम्मद शमीम नामक व्यक्ति की वसीयत का खुलासा किया। मोहम्मद शमीम ने अपनी वसीयत में अपने 2 प्लॉटों का तेजस्वी और तेज प्रताप को वारिस बनाया है। मोहम्मद शमीम को 1998 से 2001 तक एमएलसी थे। कुमार राकेश रंजन नाम के एक अन्य व्यक्ति ने भी अपने 2 प्लॉटों का वसीयतनामा तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के नाम किया है। कुमार राकेश रंजन 1999 से 2006 तक 2 बार एमएलसी रहे थे। इन दोनों ने अपनी वसीयत तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम से की है लेकिन पावर ऑफ़ एटोर्नी राबड़ी देवी को बनाया है। अपने चुनावी विवरण में राबड़ी देवी इन सम्पत्तियों को दिखाती भी हैं।

    मोहम्मद शमीम और कुमार राकेश रंजन ने अपने 2-2 प्लॉट की पावर ऑफ़ एटोर्नी राबड़ी देवी के नाम और वसीयत तेजस्वी और तेज प्रताप के नाम एक ही दिन की थी। 12 मई, 2005 को हुए इस वसीयतनामे में दोनों एक-दूसरे के गवाह भी बने थे। दोनों ने अपने वसीयतनामे में इस बात का जिक्र किया है कि उनके मरने के बाद यह संपत्ति तेजस्वी यादव और तेज प्रताप के नाम हो जाएगी। तब तक इस संपत्ति की पावर ऑफ़ एटोर्नी राबड़ी देवी के पास रहेगी। दोनों की अपनी संतानें भी हैं इसके बावजूद भी उनका वसीयत लालू यादव के बेटों को लिखना समझ से परे है। सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि आरजेडी सुप्रीमो ने उन्हें एमएलसी बनाने के एवज में उनकी करोड़ों की जमीन हथिया ली है।

    अप्रैल से शुरू हुआ था खुलासों का सिलसिला

    बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार के सदस्यों की बेनामी सम्पत्तियों का खुलासा इसी वर्ष अप्रैल में करना शुरू किया था। उन्होंने एक-एक कर के लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप की सम्पत्तियों का खुलासा किया। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर हुई सीबीआई छापेमारी का आधार सुशील मोदी के खुलासे ही थे। सीबीआई छापों के बाद तेजस्वी यादव के भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने पर नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया था और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। लेकिन सत्ता में आने के बाद भी सुशील मोदी लगातार यादव परिवार की सम्पत्तियों को लेकर खुलासे करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालू यादव और उनके परिवार ने बिहार की जनता को ठगा है। लोगों का काम करवाने के एवज में जमीन लिखवाने का काम किया है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।