सुधा चंद्रन हिंदी टेलीविज़न की सबसे कामयाब और सबसे बेहतरीन अभिनेत्री में से एक हैं। उन्होंने टीवी पर काफी अच्छे और यादगार किरदार निभाए हैं। वह आखिरी बार बॉलीवुड फिल्म ‘मालामाल वीकली’ में नज़र आई थी और उनके प्रदर्शन को दर्शको और समीक्षकों द्वारा काफी सराहा गया था मगर उसके बाद वह किसी फिल्म में नज़र नहीं आई।
अपने करियर में कम फ़िल्मी प्रस्ताव मिलने पर उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया-“मुझे इस बारे में कोई खबर नहीं है। मुझे नहीं पता कि मुझे ‘मालामाल वीकली’ के बाद किसी फिल्म का प्रस्ताव क्यों नहीं मिला। फिल्म में, पूरी पुरुषो वाली कास्ट में मैं इकलौती महिला थी। दर्शको ने मेरे प्रदर्शन की सराहना की और फिल्म भी कामयाब रही।”
“कई लोगो को लगता है कि मैंने जरूर प्रस्ताव ठुकराए होंगे लेकिन तथ्य ये है कि मुझे इंडस्ट्री में किसी से भी एक भी प्रस्ताव नहीं मिला। मैं अक्सर खुद से पूछती हूँ- क्यों कोई भी निर्माता या निर्देशक मुझसे संपर्क नहीं कर रहा है? कई बार, मैं फिल्मो में किरदार देखती हूँ जिनके बारे में मुझे लगता है कि मैं इन्हें निभा सकती थी। ये मेरे लिए दर्दनाक है कि मैं फिल्में नहीं कर पा रही जबकि इतनी तरह की फिल्में बन रही हैं।”
सुधा फ़िलहाल टीवी के टॉप शो ‘यह है मोहब्बतें’ में विलन के किरदार में नज़र आती हैं। वह आखिरी बार एकता कपूर के ही शो ‘नागिन’ में दिखी थी। उन्होंने ये भी कहा कि जिन जिन टीवी शो में वह व्यस्त हैं, उनका उन्हें फिल्में ना मिलने से कोई ताल्लुक नहीं है।
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उनके मुताबिक, “ऐसी कितनी महिला अभिनेत्री हैं जो टीवी और फिल्में साथ साथ कर रही हैं। ये मिथक है कि आप टीवी और फिल्में साथ साथ नहीं कर सकते। अभिनेत्री जैसे किरण खेर, नीना गुप्ता, सुप्रिया पाठक और सुप्रिया पिलगाओंकर जो टीवी शो का हिस्सा रही हैं, वह अब फिल्मो में शानदार काम कर रही हैं।”
“कुछ वक़्त से, हमने कई शानदार कंटेंट वाली फिल्में देखी जैसे ‘उरी:द सर्जिकल स्ट्राइक’, ‘संजू’ और ‘बधाई हो’। मगर भिखारी चुन नहीं सकते। मैं संजय लीला भंसाली और करण जौहर के साथ काम करना चाहूंगी।”