सीरिया के उत्तरी पूर्वी इलाके में तुर्की की सेना के आक्रमण से करीब 16 कुर्दिश लड़ाको की मौत हो गयी है। तुर्की की सेना ने जमीनी आक्रमण को अंजाम दिया था जिसकी वैश्विक समुदाय में काफी आलोचनाये हो रही है। अधिकारिक आंकड़े सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने मुहैया किये थे।
न्यूयोर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कुर्दिश के नेतृत्व में सीरियन डेमोक्रेटिव फोर्सेज के सदस्यों की तेल अब्याद और रास अल ऐन इलाको में मौत हो गयी थी। इस छह हमलावरों की पहचान नहीं की जा सकी है। तुर्की के आक्रमक हमले को शुरू करने से पहले अमेरिका ने इन इलाको से सैनिको को वापस बुला लिया था।
समूह ने बताया कि “एसडीएफ के 33 सदस्य बुरी तरह जख्मी हुए हैं।” तुर्की ने उत्तरी पूर्वी सीरिया में हमले की शुरुआत बुधवार को की थी और रविवार को डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया की सरजमीं से अमेरिकी सैनिको को वापस बुलाने का निर्णय लिया था।
ओद्नाल्ड ट्रम्प ने तुर्की के अभियान को एक बुरा विचार बताया था और सह्तावनी दी कि अगर तुर्की ने कुछ भी हद से बाहर किया तो उसे आर्थिक सजा का सामना करना होगा। एनाडोलू न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, रातके अँधेरे में तेल अब्याद में केनन से फायर की गयी थी।
थल सेना ने शहर को पार किया और गुरूवार को सुबह शहर के सभी सड़के सुनसान पड़ी थी। अपने अभियान का बचाव करते हुए तुर्की ने बुधवार को कहा कि “इस अभियान का मकसद हमारी सीमाओं पर सुरक्षा को सुनिश्चित करना है और अपनी अवाम की रक्षा करना है। उन्होंने कुर्दिश चरमपंथियों और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों को खतरा बताया है।”