अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने का आदेश दिया था। अमेरिकी राष्ट्रपति के निर्णय पर ईरान ने कहा कि अमेरिकी सेना की सीरिया में मौजूदगी एक गलती, तनाव का स्त्रोत और गैर तार्किक थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया में अपने अभियान को सफल बताते हुए अपने सैनिकों की वापसी का हुक्म दिया था।
ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने कहा कि इस इलाके में अमेरिकी सैनिको की तैनाती एक गलती थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरूवार को एक ट्वीट कर कहा कि अमेरिकी सैनिको की वापसी की घोषणा से रूस, ईरान, सीरिया और कई अन्य देश खुश नहीं है।
सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के गृह युद्ध के समर्थक ईरान है। ईरान ने सीरिया में सैन्य सलाहकार, सैन्य उपकरण और सरकार विरोधी तत्वों से लड़ने के लिए सैनको तो भेजा था। तेहरान ने सीरिया ने बाहरी सेनाओं की मौजूदगी का विरोध किया था। जबकि सीरिया में ईरान और रूस के सेनाएं मौजूद है, जिसे असद सरकार ने आमंत्रित किया था।
डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीटर के जरिये जनता को पैगाम दिया कि हैं सीरिया में आईएसआईएस को शिकस्त दे दी है, मेरे राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान सेना की वहां तैनाती का यही कारण था। प्रशासन का पिछले सप्ताह आईएसआईएस को मात देने पर संशय था और अमेरिका का इस जंग में सहयोग जारी रखने की सलाह दी थी।