पूर्व केन्द्रीय मंत्री और नाथद्वारा से कांग्रेस विधायक सीपी जोशी को सर्वसम्मति से 15वीं राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष के रूप में चुन लिया गया है।
68 साल के कांग्रेस के दिग्गज नेता ने प्रोटेम स्पीकर गुलाब चंद कटारिया को सदन से बाहर निकालने के बाद कुर्सी संभाली। जोशी 15वीं लोक सभा में भीलवाड़ा से सांसद थे और उन्होंने 2009 से 2013 तक केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग और पंचायती राज मंत्री के रूप में कार्य किया था।
कांग्रेस विधायक महेश जोशी को पार्टी का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया, जबकि महेंद्र चौधरी को इसका मुख्य सचेतक बनाया गया। जोशी को उनके चुनाव पर बधाई देते हुए, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके पास सांसद और राज्य विधायक दोनों के रूप में विधायी नियमों और प्रक्रियाओं का समृद्ध अनुभव है।
गहलोत ने ये विश्वास जताया कि जोशी सभी सदस्यों की भावनायों का ध्यान रखेंगे। सभा को संबोधित करते हुए, जोशी ने कहा कि विधानसभा कायदे और परंपरा पर चलती है और दोनों सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टियों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वे लोग तयशुदा नियम के अंतर्गत कम से कम समय में जनकल्याण के लिए काम करें।
अध्यक्ष ने कहा कि वे कुर्सी का सम्मान करते हुए निष्पक्ष तरीके से काम करेंगे। निर्वाचित सरकार की ये ज़िम्मेदारी है कि वे नौकरशाही को काम पर रखें और इसे विधानसभा के प्रति जवाबदेह बनाएं। आगे के कार्यवाही के लिए, उन्होंने पहली बार विधायक बने लोगो की ट्रेनिंग के ऊपर भी जोर दिया।
अध्यक्ष ने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि उनके कार्यकाल में, सत्तारूढ़ और विपक्षी पार्टी में संवादहीनता ना आये। उनके मुताबिक, “ये मेरी ज़िम्मेदारी होगी कि प्रासंगिक मुद्दे पर ही बहस हो। ये संसदीय परंपरा की आवश्यकता है कि हम अपने विचार और मतभेद व्यक्त करे।”