हाल ही में कुछ दिनों पहले चीन के द्वारा चीन-पाकिस्तान इकनोमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) के तहत पाकिस्तान की सड़क परियोजनाओं के लिए आर्थिक मदद देने से इंकार किया था। अब इस पर पाकिस्तान के मंत्री ने मुहर लगा दी है।
योजना और विकास मंत्री एहसान इकबाल ने पुष्टि करते हुए कहा है कि चीन ने पाकिस्तान की तीन मुख्य सड़क परियोजनाओं का वित्तपोषण करने से इंकार कर दिया है।
सीपीईसी पर बनी 22 सदस्यीय संसदीय समिति ने कहा कि पाकिस्तान की तीन सड़क परियोजनाओं पर काम रोक दिया गया है। मंत्री ने कहा कि अब चीन के हाथों पैसा मिलने के बाद ही पाकिस्तान में सड़क निर्माण का काम फिर से शुरू हो पाएगा।
समिति ने बयान में कहा है कि पाकिस्तान की तीन सड़क परियोजना बनाना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। ये परियोजना कुछ समय के लिए स्थगित कर दी गई है। चीनी पक्ष इन परियोजनाओं की वित्तीय व्यवस्था की समीक्षा कर रही है।
समीक्षा के बाद चीनी सरकार इन सड़क परियोजनाओं के लिए वित्त देने या न देने का निर्णय लगी। संभावना जताई जा रही है कि बाद में चीनी सरकार इन परियोजनाओं के लिए वित्त की स्वीकृति दे देगी। इन परियोजनाओं का त्याग नहीं किया गया है।
पहले पाक ने किया था चीन को मना
कुल मिलाकर पाकिस्तान ऋण के अभाव में तीन मुख्य सड़क परियोजनाओं को पूरा नहीं कर पा रहा है। अब ये तभी पूरी होगी जब चीन उसे आर्थिक मदद देगा। वैश्विक विशेषज्ञों का मानना है कि चीन की सीपीईसी कूटनीति एक ऋण-जाल हो सकती है।
जिसमें पाक को कर्ज के तले दबाया जा रहा है। चीन ने 20 नवंबर को तीन परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण रोक कर पाकिस्तान को दंग कर दिया था। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से पाकिस्तान ने भी चीन को अपने इलाके में कुछ परियोजनाओं को बंद करने को कहा था।
पीओके में डैमर-भाषा बांध के लिए चीन की तरफ से सीपीईसी फंडिंग से इनकार कर दिया था। इसके पीछे पाक ने चीन के कड़े नियमों को बताया था।