संयुक्त राष्ट्र ने शुक्रवार को भारत के पूर्ण जैविक राज्य सिक्किम को पुरूस्कार से नवाज़ा है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि इसकी नीतियों ने 66000 किसानों की सहायता की है साथ ही पर्यटन को बढ़ावा दिया है। सिक्किम का नए रूप ने अन्य देशों के लिए उदहारण प्रस्तुत किया है।
सिक्किम साल 2016 में पूर्ण जैविक राज्य घोषित हो चुका था जो रासायनिक उर्वरक, कीटनाशक और अन्य नुकसानदायी पदार्थों से आज़ाद हो गया था।
इससे पूर्व यह पुरूस्कार महिलाओं और बच्चियों के साथ हिंसा, परमाणु हथियार और महासागरों में प्रदुषण जैसे संवेदनशील मुद्दों पर दिया जा चुका है।
कृषि पारिस्थितिक तंत्र विज्ञान किसानों की आय को बढ़ाता है साथ ही जलवायु परिवर्तन के कारण आई आपदा ओलावृष्टि, भारी बारिश और सूखे से किसानों को राहत पहुंचता है।
विश्व भविष्य परिषद् (डब्लूएफसी) की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2014-17 के मध्य सिक्किम में 50 फीसदी पर्यटकों की वृद्धि आयी ही।
डब्लूएफसी के निदेशक ने कहा कि सिक्किम ने अन्य देशों के समक्ष एग्रोईकॉलोजी यानी कृषि पारिस्थितिक तंत्र का एक बेहतरीन नमूना पेश किया है। अन्य राष्ट्रों को यह तकनीक अपनानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व को जल्द ही सतत खाद्य प्रणाली में परिवर्तन करना होगा। एग्रोईकॉलोजी इस प्रणाली का बेहतरीन उदाहरण है।
यूएन में दूसरा पुरूस्कार ब्राज़ील को स्कूल के लिए कृषि क्षेत्र के कुनबे से भोजन खरीदने की नीति, डेनमार्क को जनता को जैविक खाद्य पदार्थ खरीदने के लिए बढावा देने की योजना और क्विटो को शहरी बगानी के लिए मिला है।