Sun. Dec 22nd, 2024
    संत गुरमीत राम रहीम बलात्कार मामला

    साध्वी से रेप के मामले में आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम की तकदीर कल पंचकूला की सीबीआई अदालत में लिखी जायेगी। 10 साल पुराने इस केस में कल अदालत अपना फैसला सुनाएगी। फैसले की तारीख आने से पूर्व ही बड़ी संख्या में बाबा राम रहीम के अनुयायी पंचकूला में जुटने लगे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। हरियाणा और पंजाब में राज्य सरकार ने अभी से बंद की घोषणा कर दी है और सभी स्कूल कॉलेजों को 25 अगस्त तक बंद रखने के सख्त निर्देश जारी किए हैं। दोनों राज्यों के कई जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में लोग अभी से जुटने शुरू हो गए हैं। प्रशासन ने किसी भी हालात से निपटने के लिए कमर कस ली है।

    बाबा राम रहीम के समर्थन में पंजाब से लेकर हरियाणा तक बड़े, बुजुर्ग और बच्चे सड़कों पर आ गए हैं और उनका कहना है कि वो अपने बाबा का बाल भी बांका नहीं होने देंगे। दोनों ही राज्यों में पुलिस की हालत पस्त है और किसी को भी समझ नहीं आ रहा है कि यह क्या हो रहा है। कोई सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहा है, कोई धमकी दे रहा है तो कोई हाथों में हथियार उठाये नजर आ रहा है। पंचकूला को किले में तब्दील कर दिया गया है पर बाबा के समर्थकों के रुख को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि कब तक यह दुर्ग अभेद्य रह सकेगा।

    गृह मंत्रालय ने तैनात किये अर्धसैनिक बल

    अदालत के फैसले के बाद अनुमानित प्रतिक्रिया को लेकर सरकार अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। मामले की गंभीरता और मौजूदा हालातों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों की 167 कंपनियां भेजी हैं। इनमें सीआरपीएफ की 97 कंपनियां हैं जिनमें से 4 महिला कंपनियां हैं। इन्हें पंजाब और हरियाणा में तैनात किया गया है। इनके साथ ही 16 आरएएफ, 21 बीएसफ, 12 आईटीबीपी और 37 एसएसबी की कंपनियां पंजाब और हरियाणा में तैनात की गई हैं। केंद्र ने सीआरपीएफ के 9700 जवानों को व्यवस्था चौकस रखने के लिए हरियाणा में भेजा है। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में करीब 64,000 जवानों को तैनात किया गया है। केंद्र सरकार लगातार मामले पर नजर जमाये हुए है।

    पंचकूला और राम रहीम
    पंचकूला में तैनात अर्धसैनिक बल

    सिरसा जिले के बाहरी इलाके में डेरा सच्चा सौदा का शिविर हैं। डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसान ने कहा है कि दिन-रात अनुयायिओं के फ़ोन आ रहे हैं। सरकार को कोई भ्रम की स्थिति पैदा करने वाला बयान नहीं देना चाहिए। अब तक 7-10 लाख लोग पंचकूला में आ चुके हैं और फैसले के वक़्त तक करीब 15-20 लाख लोग हमारे साथ होंगे। एहतियातन हरियाणा से लगने वाली सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है और ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती जिलों में धारा 144 लागू कर दी गई है।

    हेलीकाप्टर से अदालत आएंगे बाबा राम रहीम

    पंचकूला में बाबा राम रहीम के समर्थकों की लगातार बढ़ती तादात के कारण उनके अदालत पहुंचने में दिक्कत पेश हो सकती है। डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसान ने कहा है कि बाबा राम रहीम सुनवाई के लिए अदालत पहुँचेंगे। प्रशासन बढ़ती भीड़ को देखकर राम रहीम को हेलीकाप्टर से अदालत ले जाने की बात कह रहा है। सरकार ने कहा है कि वह राम रहीम को सिरसा से पंचकूला के सेक्टर-5 के परेड ग्राउंड तक हेलीकाप्टर से लाएगी और उसके बाद उन्हें भारी सुरक्षा के बीच अदालत ले जाया जायेगा।

    पंजाब-हरियाणा में कल बंद रहेंगी इंटरनेट सेवाएं, रद्द रहेंगी 22 ट्रेनें

    कोई अव्यवस्था ना फैले, इस मद्देनजर कल पंजाब और हरियाणा में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। इन राज्यों से गुजरने वाली 22 ट्रेनों को कल के लिए रद्द कर दिया गया है। आज भी 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। पंचकूला की सडकों और फुटपाथों पर साफ़ तौर पर लोगों का बड़ा हुजूम नजर आ रहा है।

    समर्थकों ने जमा किये हथियार, पुलिस ने स्टेडियम को बनाया अस्थायी जेल

    इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार, फरीदकोट में बाबा के समर्थकों ने छतों पर पेट्रोल, डीजल और अन्य नुकीले हथियार जमा कर लिए हैं। कल अदालत का फैसला अगर बाबा राम रहीम के खिलाफ जाता है तो वे इनका प्रयोग सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने और पुलिस के मार्ग को अवरुद्ध करने के लिए कर सकते हैं। इनसे निपटने के लिए प्रशासन ने सेक्टर-16 के क्रिकेट स्टेडियम को अस्थायी जेल के रूप में तब्दील कर दिया है। हालात बिगड़ने की दशा में इसे उपद्रवियों को रखने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

     

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।