सोमवार की शाम, भाजपा के राज्य महासचिव एएन राधाकृष्णन को पुलिस द्वारा सचिवालय से तिरुवनंतपुरम के मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। राधाकृष्णन, सचिवालय पर आठ दिन से भूख हड़ताल पर बेठे हुए थे। ये भूख हड़ताल जो 3 दिसम्बर को लांच हुई थी, भाजपा का “सबरीमाला मंदिर” में धारा 144 के तहत कर्फ्यू लगाने के विरोध में और साथ ही केरल के भाजपा के नेता के सुरेन्द्रन के साथ हुई बदतमीजी के विरोध में उठाया गया कदम है, जिन्हें सबरीमाला से 17 नवम्बर के दिन गिरफ्तार किया गया था और फिर शनिवार को न्यायिक हिरासत से छोड़ दिया गया।
भाजपा के केरल महासचिव एमटी रमेश ने टीएनएम को बताया कि सोमवार की शाम को सरकारी चिकित्सा टीम ने एएन राधाकृष्णन का चेक अप किया था और बताया कि उनकी हालत गंभीर है जिसके कारण उन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
रमेश ने ये भी बताया कि ये भूख हड़ताल यू ही कायम रहेगी। एएन राधाकृष्णन के अस्पताल में भर्ती होने के बाद, भाजपा के पूर्व राज्य अध्यक्ष सीके पद्मनाभन ने अब सचिवालय के आगे भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार, सचिवालय के बाहर, भाजपा और युवा मोर्चा कमर्चारियो के 400 से 500 सदस्यों का भारी विरोध देखा गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आंसू गैस और पानी की बन्दूक के सहारे वहा से बड़ी मुश्किल से हटाया। केरल सरकार जब महिलाओ का मंदिर में प्रवेश नहीं रोक पाई तो इस समूह ने सचिवालय के आगे ये विरोध शुरू कर दिया था। ये और भी ज्यादा हिंसक तब हो गया जब प्रदर्शनकारी, सचिवालय के अन्दर घुसने की कोशिश करने लगे।
बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम में सोमवार सुबह सचिवालय में प्रदर्शनकारियों, विशेष रूप से महिला प्रदर्शनकारियों के मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश का विरोध करने के लिए एक शहरव्यापी हड़ताल की मांग की है।