पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने चल रहे विश्वकप के दौरान क्रिकेट का प्रमोशन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया है।
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट करते हुए कहा, ” क्रिकेट का प्रमोशन करने के लिए धन्यवाद। क्रिकेट विश्वकप के दौरान क्रिकेट कूटनीति का अच्छा उदाहरण। उम्मीद है आपसे जल्द मालदीव में मिलता हूं।”
Thank you for promoting cricket, @narendramodi ji.
Good example of cricket diplomacy during the @cricketworldcup. Hoping to see Maldives on the 🏏 map soon. https://t.co/wek7p88828— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 11, 2019
उनकी यह टिप्पणी शनिवार को पीएम द्वारा भारतीय क्रिकेट टीम के “उत्साही क्रिकेट प्रशंसक” और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह द्वारा हस्ताक्षरित एक क्रिकेट बैट को उपहार में देने के इशारे के बाद आई है।
मोदी ने शनिवार को ट्वीट किया, ” क्रिकेट से जुड़े हुए, मेरे मित्र इब्राहिम मोहम्मद सोलीह क्रिकेट के उत्साही प्रशंसक है। तो मैंने उनको उपहार के रुप में भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा हस्ताक्षरित किया हुआ बैट उन्हे दिया है।”
Dhivehiraajjeyge lobuvethi rayyithun,
Dhivehiraajjein libunu loibaai, dhivehin behettevi gaaikamah shukuruverivan. Thiya dhevvi furihama mehmaandhaari ah dhivehi rayyithunnashaai dhivehi sarukaarah shukuru dhannavan. pic.twitter.com/w0NbaWXXBg
— Narendra Modi (@narendramodi) June 9, 2019
यह इशारा मोदी द्वारा शनिवार दोपहर को द्वीप राष्ट्र में छूने के बाद सोलिह के साथ प्रतिनिधि-स्तरीय वार्ता आयोजित करने के बाद आया। 2019 लोकसभा और नई मोदी सरकार बनने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी की पहला विदेशी दौरा था।
मालदीव में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत बहुत धूम-धाम से हुआ जिसमें डांस ट्रूप और पारंपरिक मालदीवियन पोशाक का प्रदर्शन भी शामिल था।
मालदीव के युवा स्पोर्ट मिनिस्टर अहमद माहलूफ ने कहा, ” हमें भारतीय सरकार की तरफ से खेल के क्षेत्र में बहुत समर्थन मिला है। हमारी बीसीसीआई के साथ एक सफल बैठक हुई है और हम उम्मीद करते है वे यहां क्रिकेट में विकास लाएंगे। भारतीय समर्थन हमारे लिए बहुत मायने रखता है।”
“जैसे अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बीसीसीआई ने गोद लिया है, हमारी भी यही उम्मीद है कि बीसीसीआई भी हमारी ऐसे ही मदद करे। जल्द ही हम इसके लिए एक रणनीति बनाएंगे और भारत से तकनीकी मदद लेंगे।”