चीन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि “बगैर तथ्य के सऊदी की तेल कंपनियों पर ड्रोन हमले का कसूरवार ठहराना गैरजिम्मेदाराना है।” मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुन्यिंग ने डेली न्यूज़ ब्रीफिंग में कहा कि “चीन को उम्मीद है कि सभी पक्ष संयमता बरतेंगे।”
यमन में ईरान के सहयोगी हौथी समूह ने सऊदी अरब की तेल कंपनियों पर हमले की जिम्मेदारी ली है लेकिन अमेरिका के राज्य सचिव ने कहा कि यमन से इस हमले को अंजाम देने का कोई सबूत नहीं है।
अमेरिका के एक आला अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि विश्व की सबसे बड़ी तेल सुविधा पर हमले से मिले सबूत यह संकेत देते हैं कि ईरान इस हमले के पीछे हैं। हालाँकि ईरान ने इससे इंकार किया है। ईरान के विदेश मन्त्री जावेद जरीफ ने रविवार को अमेरिका की निंदा की क्योंकि वह सऊदी के तेल उत्पादक सेक्टर में हमले के लिए तेहरान को कसूरवार ठहरा रहा है।
विदेश मन्त्री ने अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो के बयान को ख़ारिज कर दिया था। पोम्पियो ने सऊदी पर हुए ड्रोन हमले के पीछे ईरान का हाथ होने का आरोप लगाया था।
सऊदी अरामको राज्य द्वारा संचालित और नियंत्रित कंपनी है, इसके अधिकतर भाग पर सल्तनत के रिफाइनरी प्रोडक्शन और आयलफील्ड का अधिकार है। रेवेन्यू के मामले में यह वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है और विश्व की सबसे अधिक मुनाफा देने वाली कंपनी है।