सऊदी अरब को दुनिया के उन देशों में माना जाता है जहां पर महिलाओं पर अभी भी सदियों पुराने कड़े नियम, रूढ़िवादिता व सख्त कानून लागू है। लेकिन सऊदी अरब के क्राउन प्रिस मोहम्मद बिन सलमान को आधुनिक सोच व महिलाओं के प्रति उदारता के लिए जाना जाता है।
इसलिए ही क्राउन प्रिंस ने सऊदी महिलाओं के हितों के लिए कई अहम फैसले किए है जिससे यहां की महिलाओं को फायदा मिल रहा है। हाल ही में सऊदी अरब ने महिलाओं को सेना में शामिल करने का साहसिक भरा निर्णय लिया है। जिस रूढिवादी देश में पहले महिला घर से बाहर बिना किसी पुरूष के नहीं निकल सकती है वो ही महिला अब सेना की कमान संभालती हुई नजर आएगी।
सऊदी अरब ने फैसला लिया है कि महिलाओं के लिए सेना की नौकरी स्वैच्छिक होगी। जन सुरक्षा निदेशालय के मुताबिक महिलाओं को रियाद, मक्का, मदीना, कासिम, असीर, अल-बहा और शरकियाह में नियुक्ति दी जाएगी।
सेना में महिलाओं की नियुक्ति के लिए उम्र सीमा 25-35 साल तक रखी गई है। साथ ही शैक्षिक योग्यता हाई स्कूल डिप्लोमा निर्धारित की गई है।
उनका मेडिकल टेस्ट भी करवाया जाएगा। गैर सऊदी नागरिक से शादी करने वाली, क्रिमिनल रिकॉर्ड वाली और पिछली सरकार के साथ काम करने वाली महिलाएं आवेदन नहीं कर सकती है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी सऊदी अरब की महिलाओं के लिए क्राउन प्रिंस ने कई अहम फैसले सुनाए है। महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने व गाड़ी चलाने की अनुमति दी है।
साथ ही महिलाओं को कुछ स्टेडियम में अकेले जाने की अनुमति दी है। सिनेमा पर से भी प्रतिबंध को हटाया गया है। सऊदी लगातार अब महिलाओं के ऊपर पाबंदी में शिथिलता प्रदान कर रहा है।