अतिरुढ़िवादी सऊदी अरब 21 वीं सदी के मानको पर खरा उतरने के लिए आधुनिकता की तरफ बढ़ रहा है और इसमें महिलाओ को कई रियायत दी जा रही है। सऊदी अरब ने बुधवार को ऐलान किया कि वह महिलाओं को सेना में भारतीय होने की अनुमति दे रहे हैं।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान आर्थिक और सामाजिक सुधार के व्यापक कार्यक्रम को संचालित कर रहे हैं। सल्तनत में यह कदम महिलाओं के अधिकारों में इजाफा करने के मकसद से उठाया गया है। दक्षिण पंथी समूहों ने महिला कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई के लिए रियाद की आलोचना की है।
विदेश मंत्रालय ने ट्वीटर पर लिखा कि “सशक्तिकरण की तरफ एक और कदम। महिलायें अब प्राइवेट फर्स्ट क्लास, कारपोरल या सेना अध्यक्ष बनकर सुविधाएँ देने में सक्षम होगी।” बीते वर्ष सऊदी अरब ने महिलाओं को सुरक्षा बल में शामिल होने का अधिकार दिया था।
क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इन सुधारों को मंजूरी दी है। उन्होंने महिलाओं को ड्राइव करने और बिना किसी पुरुष अभिभावक के विदेश की यात्रा करने की अनुमति प्रदान की थी। हालाँकि उन्होंने कई महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाली दिग्गज महिला कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया है इसमें लौजन अल हथलौल भी शामिल हैं।
विश्व के सबसे बड़े तेल निर्यातक सऊदी अरब विश्व में अपनी छवि को सुधार रहा है और तेल के अन्य अन्य क्षेत्रों में अपनी अर्थव्यवस्था के विस्गार विस्तार के लिए पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।