Sat. Nov 23rd, 2024
    उत्तर कोरिया अमेरिका

    उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए नए प्रतिबंधो को उत्तर कोरिया विदेश मंत्रालय ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। उत्तर कोरिया ने कहा कि वो उस पर लगाए गए तेल सहित अन्य प्रतिबंधों के प्रस्ताव को अस्वीकार करता है। साथ ही में उत्तर कोरिया ने अमेरिका को अपने परमाणु कार्यक्रम को अधिक मजबूत करने की धमकी दी है। उत्तर कोरिया ने कहा है कि वह आत्म-रक्षा के लिए परमाणु परीक्षणों को बढ़ावा देगा।

    गौरतलब है कि शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने अमेरिका के प्रस्ताव पर उत्तर कोरिया के ऊपर तेल प्रतिबंधों सहित अन्य कड़े प्रतिबंधों को पारित किया था। इस नए प्रतिबंधो से उत्तर कोरिया को करीब 90 प्रतिशत तक तेल आपूर्ति पर प्रतिबंध लगाया गया था।

    इस पर उत्तर कोरिया विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा उत्तर कोरिया प्रतिबंधों का प्रस्ताव लाना हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है। साथ ही इससे कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति व स्थिरता का उल्लंघन करके युद्ध छिड़ सकता है।

    उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी ने कहा कि अमेरिका, हमारे द्वारा किए जा रहे महान ऐतिहासिक परमाणु शक्ति की उपलब्धि से डरा हुआ है। अमेरिका द्वारा हमारे देश के ऊपर सबसे सख्त प्रतिबंध और दबाव को लागू करने से उत्तर कोरिया की जनता अधिक क्रोधित हो रही है।

    अमेरिका को छोड़नी होगी शत्रुतापूर्ण नीति

    उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों का परीक्षण अमेरिका के परमाणु खतरों और ब्लैकमेल किए जाने के खिलाफ आत्म रक्षा के लिए अपना रहा है।

    उत्तर कोरिया ने कहा कि यदि अमेरिका सुरक्षित रूप से जीने की इच्छा रखता है तो उसे उत्तर कोरिया के साथ शत्रुतापूर्ण नीति को छोड़ देना चाहिए। साथ ही उसे परमाणु हथियारों वाले देश के साथ मिलकर इसके विकास के बारे में सीखना चाहिए।

    बयान में आगे कहा गया है कि अमेरिका के परमाणु खतरों, ब्लैकमेल और शत्रुतापूर्ण कदमों को समाप्त करने के उद्देश्य से हम आत्म-रक्षात्मक परमाणु प्रतिरोध को मजबूत करते रहेंगे।

    गौरतलब है कि 29 नवंबर को उत्तर कोरिया ने इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। जिसके बाद ही उस पर शुक्रवार को कड़े व नए प्रतिबंधों का ऐलान किया गया।