श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने शनिवार को कोलोंबो में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के राजदूत शाहिद अहमद हशमत से मुलाकात की थी और भारत और पाकिस्तान संबंधों में तनाव को कम करने के लिए वार्ता का सुझाव दिया था। रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के मध्य सैन्य इस्तेमाल में वृद्धि समस्त क्षेत्र को प्रभावित करेगी।
गुरूवार को श्रीलंका में स्थित पाकिस्तानी दूतावास के राजदूत रिटायर्ड जनरल शाहिद अहमद हशमत ने टेलीफोन पर श्रीलंका की संसद के स्पीकर कारू जयसूर्या से बातचीत की थी। इस दौरान पाकिस्तानी राजदूत ने श्रीलंकाई अध्यक्ष को भारत-पाक के बीच मौजूदा स्थिति के बारे में बताया था।
इस फ़ोन कॉल के दौरान पाकिस्तानी राजदूत ने इमरान खान द्वारा तनाव को कम करने के लिए उठाये गए क़दमों के बाबत बार-बार दोहराया था। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने भी नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच बातचीत मसले को सुलझाने का सुझाव दिया था ताकि दोनों देशों के मध्य कश्मीर मसले सहित सभी मामलों पर शांतिपूर्ण समाधान सुनिश्चित हो सके।
पुलवामा आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।
जवाबी कार्रवाई में 26 फरवरी को भारत सरकार ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना के विमानों ने खैबर पख्तूनवा के बालाकोट में आतंकियों की शिविरों पर बमबारी की थी जिसमे करीब 300 आतंकी मारे गए थे। ख़ुफ़िया रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने जैश ए मोहम्मद के सबसे विशाल आतंकी कैंप को तबाह किया था।
शनिवार को भारत ने कहा था कि “सऊदी अरब सहित किसी देश ने भी तक मध्यस्थता के लिए आधिकारिक प्रस्ताव नहीं दिया है।” रवीश कुमार ने कहा कि “मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूँ की किसी देश ने अभीतक तक मध्यस्थता के लिए कोई ऑफर नहीं दिया है। मरे ख्याल से हमारी स्थिति एक दम स्पष्ट है।”