श्रीलंका में बढ़ते चीनी प्रभाव के कारण भारत के साथ उनके संबंधों में थोड़ी दूरी जरुरी आयी है लेकिन मीलों के फासलों कम करने श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे तीन दिवसीय भारत दौरे पर आएंगे।
ख़बरों के मुताबिक प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे आज शाम को नई दिल्ली पधारेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सुस्त रिश्तों में जान डालने के लिए बातचीत करेंगे।
हाल ही में मीडिया की ख़बरों में बताया गया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने भारतीय ख़ुफ़िया विभाग रॉ पर उनकी हत्या की साजिश रचने के गंभीर आरोप लगाए। हालाँकि मीडिया की ख़बरों को तर्कहीन और झूठी बताकर राष्ट्रपति ने आरोपों को खारिज कर दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने दावा किया कि मीडिया की खबरे अफवाह है उन्होंने ऐसा कोई आरोप रॉ पर नहीं लगाया है। उन्होंने कहा कि उनकी और रक्षा मंत्री की हत्या की साजिश में रॉ का कोई हाथ नहीं है। गौरतलब है कि श्रीलंका ने केरल के एक नागरिक एम. थॉमस को गिरफ्तार किया था जिसके प्रतिकार में एक सरकारी अधिकारी ने बदले के भाव से कहा कि उसके पास राष्ट्रपति सिरिसेना की हत्या की योजना है।
आधिकारिक सूचना के मुताबिक राष्ट्रपति ने पीएम नरेंद्र मोदी को खुद इस मसले को सुझाने का आश्वासन दिया। साथ ही श्रीलंका की सरकार ने इन आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा वह श्रीलंका में स्थापित भारतीय दूतावास के उच्चायुक्त से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति सिरिसेना और श्रीलंका की सरकार की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इन ख़बरों को नकारकर सार्वजानिक तौर पर साबित कर दिया की रिपोर्ट अफवाह थी।
भारत और श्रीलंका के प्रधानमंत्री इस मुलाकात के दौरान भारत सरकार द्वारा श्रीलंका में निर्माणाधीन हाउसिंग प्रोजेक्ट के सिलसिले में बातचीत करेंगे। साथ ही श्रीलंका के अल्पसंख्यक तमिल समुदाय के अधिकृत क्षेत्रों में गठबंधन और सरकार में भागीदारी के बाबत वार्ता करेंगे।
बैठक के दौरान गृहमंत्री राजनाथ सिंह और विदेशमंत्री सुषमा स्वराज भी श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात करेंगे।