Mon. Dec 23rd, 2024
    शेन वॉर्न

    2019 विश्वकप संस्करण का आगाज इस गुरुवार से हो जाएगा और ऐसे में क्रिकेट पंडित और क्रिकेट विशेषज्ञ इस बहस में व्यक्त है कि इंग्लैंड और भारत में से कौन सी टीम खिताब पर कब्जा करेगी क्योंकि इन दोनो टीमो को आगामी विश्वकप के लिए संयुक्त रुप से पसंदीदा माना जा रहा है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न ने गूगली फेंकते हुए आरोन फिंच की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को विश्वकप के खिताब के लिए पसंदीदा बताया है।

    आईएनएस से बात करते हुए, वार्न ने अपने विकल्प का समर्थन किया और कहा की ऑस्ट्रेलियाई टीम को बड़े इवेंट में अच्छा प्रदर्शन करती है और इस बार भी वह कुछ ऐसा करते दिखाई देंगे।

    उन्होने कहा, ” मुझे लगता है ऑस्ट्रेलिया को सब कम आंक रहे है क्योंकि वह पिछले एक साल में साधारण रहे है और उन्होने 12 महीनो में कुछ खास क्रिकेट भी नही खेली। लेकिन विश्वकप शुरु होने से पहले टीम ने अपना विश्वास वापस पाया है। अब वह ऑस्ट्रेलिया की पिछली टीमो जैसे सोचने लगे है और वह सोचने लगे है कि वह कही भी जीत सकते है। और आप इसे नजरअंदाज नही कर सकते। क्योंकि आप ऐसा पहले भी करते आए है।”

    लेग स्पिनर ने आगे कहा, “मुझे लगता है विश्वकप के लिए भारत और इंग्लैंड को इसलिए पसंदीदा माना जा रहा है क्योंकि उन्होने हाल में अच्छा क्रिकेट खेला है। लेकिन आप इतिहास में एक नजर डाले और देखे कि ऑस्ट्रेलिया विश्वकप में कैसा खेलती है, उन्होने पिछला विश्वकप खेला और उससे पहले 6 में से 4 खिताबो पर कब्जा किया, तो वह ऐसे में बड़े टूर्नामेंटो का आनंद लेती है और ऐसे में मुझे केवल यकीन ही नही पूरा विश्ववास है टीम विश्वककप जीतेगी।”

    नवोदित युवा खिलाड़ी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जिनका मार्गदर्शन धोनी द्वारा किया गया है उनके बारे में वार्न का मानना है वह लोग पागल है जो विश्वकप की टीम में धोनी को नही चाहते थे। वार्न का मानना है कि धोनी ने अपनी कप्तानी में टीम के लिए सबकुछ किया है और टीम को आईसीसी के 3 प्रतिष्ठित खिताबो पर कब्जा करवाया है।

    वार्न ने कहा, ” एमएस धोनी भारतीय क्रिकेट की सेवा करने वाले सबसे बड़े क्रिकेटर है, उन्होने भारतीय क्रिकेट के लिए अपना सबकुछ दिया है। मुझे विश्वास नही है कि कई लोग अब भी यह सोचते है कि विश्वकप में धोनी को नही होना चाहिए था। जहां तक सन्यांस की बात आती है धोनी जानते है कि एक खिलाड़ी के रुप में उन्हे कब क्या करना है। चाहे वह विश्वकप के बाद इसके बारे में सोच या पांच साल बाद लेकिन वह सही समय के बारे में जानते है जब ऐसे फैसलो की जरुरत हो। धोनी जब चाहते है सन्यांस ले सकते है क्योंकि वह अबतक अच्छे रहे है।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *