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    Shivaji Satam biography in hindi

    शिवाजी साटम एक भारतीय टेलीविजन और फिल्म अभिनेता हैं। शिवाजी ने अभिनय करने से पहले बैंक अधिकारी के रूप में अपना व्यवसाय जीवन शुरू किया था। इन्हे कई हिंदी और मराठी फिल्मों में दिखा गया है। शिवाजी साथम ने ‘वास्ताव’, ‘गुलाम-ए-मुस्तफा’, ‘यशवंत’, ‘चाइना गेट’, ‘टैक्सी नंबर 9211’, ‘नायक’, ‘जिस देश में गंगा रहता है’, ‘सूर्यवंशम’, ‘हू तू तू’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय को दर्शाया है। उन्होंने कुछ मराठी फिल्मो में भी अभिनय किया है, जिसे लोगो ने बहुत पसंद किया है।

    शिवाजी का सबसे लोकप्रिय टीवी किरदार ‘ए सीपी प्रद्युम्न’ को माना जाता है। उन्होंने अपने इस किरदार को सबसे लम्बे समय तक दर्शाया है और सबसे ज़्यादा लोकप्रियता भी इसी किरदार की वजह से हासिल की है।

    शिवाजी साटम का प्रारंभिक जीवन

    शिवाजी साटम का जन्म 21 अप्रैल 1950 में देओगढ, महाराष्ट्र में हुआ था। शिवाजी के परिवार में उनके 2 बेटे हैं जिनका नाम ‘अभिजीत साटम’ और ‘अनिरुद्ध साटम’ है। शिवाजी साटम ने भौतिकी (फिजिक्स) में अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी। उन्होंने बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में अपना डिप्लोमा पूरा किया था।

    शिवाजी ने पढाई पूरी करने के बाद ‘सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया’ में बैंक कैशियर की नौकरी से अपना व्यवसाय जीवन शुरू किया था। उन्हें थिएटर्स का काफी शौक रहा हैं। उनके अभिनय को पहली बार तब पहचान मिली थी जब उन्होंने ‘इंटर-बैंक स्टेज’ प्रतियोगिता में भाग लिया था।

    दिग्गज मराठी थिएटर अभिनेता ‘बाल धुरी’ ने संगीत नाटक में शिवाजी साटम को अभिनय करने का मौका दिया था जिसमें शिवाजी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    शिवाजी साटम का व्यवसायिक जीवन

    शिवाजी साटम ने अपना स्क्रीन डेब्यू 1980 में किया था। उन्होंने सबसे पहले लोकप्रिय टीवी सीरियल रिश्ते-नाते में अभिनय किया था। 1988 में उन्होंने भारत के प्रसिद्ध सीरियल ‘फेमस ट्रायल्स ऑफ़ इंडिया’ में काम किया था। उसके बाद उसी साल उन्होंने मराठी सीरियल ‘एक शुन्य शुन्य’ में ‘एसीपी श्रीकांत पाटकर’ की भूमिका निभाई थी।

    साल 1998 में उन्होंने अपना सबसे लोकप्रिय किरदार दर्शको के बीच पेश किया था। इस किरदार का नाम ‘एसीपी प्रद्युम्न’ है। इस सीरियल का नाम ‘सी.आई.डी’ है, जो 1998 से अभी तक सोनी टीवी पर दर्शाया जा रहा है। इन्होने कई सारी फिल्मो में अभिनय किया है, लेकिन इन सबके बावजूद भी, शिवाजी सीरियल ‘सी.आई.डी’ में ‘एसीपी प्रद्युम्न’ की भूमिका को निभाने के लिए सबसे ज़्यादा जाने जाते है।

    उन्होंने 2012 में गोल्ड अवार्ड्स में ‘एसीपी प्रद्युम्न’ की भूमिका के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड जीता था। इस सीरियल में शिवाजी के साथ मुख्य किरदारों को आदित्य श्रीवास्तव, दयानन्द शेट्टी, दिनेश फाडिंस, अंशा शयेद, अजय नागरथ, नरेन्द्रे गुप्ता और श्रद्धा मसले ने निभाया है। यह सीरियल लगभग 21 सालो से सोनी टीवी पर लगातार दर्शाया जा रहा है। इस सीरियल को हिंदी टीवी सीरियल की दुनिया में सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय सीरियल माना जाता है।

    शिवाजी साटम के फिल्मो के सफर की बात करे तो उन्होंने फिल्मो में डेब्यू साल 1987 में किया था। उन्हें सबसे पहले हिंदी फिल्म ‘पेस्तनजी’ में देखा गया था। इस फिल्म में इन्होने एक डॉक्टर की भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी फिल्म ‘इंग्लिश अगस्त’ में ‘गोविन्द साठे’ का किरदार अभिनय किया था।

    इसके बाद शिवाजी ने 90 की दशक में लगातार कई फिल्मो में अपने अभिनय को दर्शको के बीच पेश किया था। फिल्मो के नाम ‘यशवंत’, ‘घुलम -ए -मुस्तफ़ा’, ‘विनाशक’, ‘चीन गेट’, ‘वजूद’, ‘हु तू तू’, ‘दाग: द फायर’, ‘सूर्यवंशम’ और ‘वास्तव’ हैं। शिवाजी साटम ने साल 2000 में एक और अंग्रेजी फिल्म में अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘स्प्लिट वाइड ओपन’ था। इन्होने इस फिल्म में ‘शिव’ का एक छोटा सा किरदार अभिनय किया था।

    इसके बाद भी उन्होंने साल 2000 में कई सारी फिल्मो में अभिनय किया था, जैसे की ‘पुकार’, ‘बाग़ी’, ‘निदान’, ‘जिस देश में गंगा रहता है’ और ‘कुरुक्षेत्र’। साल 2001 से लेकर साल 2006 के शिवाजी ने एक के बाद एक हिंदी फिल्म में अपना अभिनय दर्शको के बीच पेश किया था।

    साल 2002 में शिवाजी साटम ने मराठी फिल्मो में अपना अभिनय दर्शाना शुरू कर दिया था। उनकी पहली मराठी फिल्म ‘एक होती वादी’ था, जिसमे उन्होंने एक डॉक्टर की भूमिका निभाई थी। इसके बाद उन्होंने साल 2005 में अपने दूसरे मराठी फिल्म में अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘उत्तरायण’ था और शिवाजी के किरदार का नाम ‘रघुवीर राजाध्यक्षी’ उर्फ़ ‘रघु’ था। 2008 में उन्होंने मराठी फिल्म ‘दे धक्का’ में ‘सूर्यभन जादव’ का किरदार दर्शाया था।

    2010 में मराठी फिल्म ‘हापुस’ में भी उन्हें देखा गया था। साल 2006 के बाद शिवाजी ने 2015 में हिंदी फिल्मो में वापसी की थी। उन्होंने फिल्म ‘कार्बन’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के बाद उन्होंने 2018 और 2019 में दो मराठी फिल्मो में अभिनय किया था। इन दो फिल्मो के नाम ‘मि शिवाजी पार्क’ और ‘वेडिंग चा शिनेमा’ था।

    शिवाजी साटम द्वारा अभिनय किए गए सीरियल और उनके किरदार

    • 1988, मराठी सीरियल ‘एक शुन्य शुन्य’ में ‘एसीपी श्रीकांत पाटकर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1998 से अभी तक, सोनी टीवी के सीरियल ‘सी.आई.डी’ में ‘एसीपी प्रद्युम्न’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2014, सब टीवी के ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में ‘एसीपी प्रद्युम्न’ का किरदार कुछ एपिसोड के लिए अभिनय किया था।

    शिवाजी साटम द्वारा अभिनय किए गए फिल्म

    • 1987, हिंदी फिल्म ‘पेस्तनजी’ में ‘डॉक्टर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1994, अंग्रेजी फिल्म ‘इंग्लिश अगस्त’ में ‘गोविंद साठे’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1997, हिंदी फिल्म ‘यशवंत’ में ‘पुलिस इंस्पेक्टर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1997, हिंदी फिल्म ‘ग़ुलाम-ए-मुस्तफ़ा’ में ‘दयानंद दीक्षित’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1998, हिंदी फिल्म ‘विनाशक – डिस्ट्रॉय’ में ‘पुलिस निरीक्षक हरिनाम’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1998, हिंदी फिल्म ‘युगपुरुष’ में ‘परेश कुमार’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1998, हिंदी फिल्म चाइना गेट’ में ‘गोपीनाथ’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1998, हिंदी फिल्म ‘वजूद’ में ‘पुलिस’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1999, हिंदी फिल्म ‘हू तू तू’ में ‘अमोल बर्वे’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1999, हिंदी फिल्म ‘दाग: द फायर’ में ‘म्यूनिसिपल कमिश्नर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1999, हिंदी फिल्म ‘सूर्यवंशम’ में ‘राधा के पिता’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 1999, हिंदी फिल्म ‘वास्तव’ में ‘नामदेव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, अंग्रेजी फिल्म ‘स्प्लिट वाइड ओपन’ में ‘शिव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, हिंदी फिल्म ‘पुकार’ में ‘कर्नल राणा’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, हिंदी फिल्म ‘बाघी’ में ‘प्रोफेसर विद्याशंकर पांडे’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, हिंदी फिल्म ‘निदान’ में ‘अनिरुद्ध नाडकर्णी’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, हिंदी फिल्म ‘जिस देश में गंगा रेहता है’ में ‘गंगा के पिता’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2000, हिंदी फिल्म ‘कुरुक्षेत्र’ में ‘संभाजी यादव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2001, हिंदी फिल्म ‘जोड़ी नंबर 1’ में ‘होस्ट’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2001, हिंदी फिल्म ‘नायक: द रियल हीरो’ में ‘मंजली के पिता’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2002, मराठी फिल्म ‘एक होति वादी’ में ‘डॉक्टर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2002, हिंदी फिल्म ‘पिता’ में ‘स्टेशन मास्टर’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2002, हिंदी फिल्म ‘हथियार’ में ‘नामदेव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2002, हिंदी फिल्म ‘फिल्हाल…’ में ‘डॉ सुर्वे’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2003, हिंदी फिल्म ‘प्राण जाए पर शान ना जाए’ में ‘पंधारी’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2004, हिंदी फिल्म ‘बर्दाश्त’ में ‘आयुक्त’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2004, हिंदी फिल्म ‘गर्व: गौरव और सम्मान’ में ‘आयुक्त यशवंत पांडे’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2005, मराठी फिल्म ‘उत्तरायण’ में ‘रघुवीर राजाधिष’ उर्फ़ ‘रघु’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2005, हिंदी फिल्म ‘विरूद्ध’ में ‘भरूचा’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2006, हिंदी फिल्म ‘टैक्सी नंबर 9211’ में ‘अर्जुन बजाज’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2008, मराठी फिल्म ‘डे दक्का’ में ‘सूर्यभान जाधव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2010, मराठी फिल्म ‘हापुस’ में ‘अन्ना गुरव’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2015, हिंदी फिल्म ‘कार्बन’ में अभिनय किया था।
    • 2018, मराठी फिल्म ‘मि शिवाजी पार्क’ में ‘डॉ.रूस्त मिस्त्री’ का किरदार अभिनय किया था।
    • 2019, मराठी फिल्म ‘शादी चा शिनमे’ में ‘प्रकाश के पिता’ का किरदार अभिनय किया था।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    • 2002, ‘इंडियन टैली अवार्ड्स’ में सीरियल ‘सीआईडी’ ​​के लिए ‘बेस्ट एक्टर इन ए लीड रोल’ का अवार्ड मिला था।
    • 2002, ‘महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवार्ड्स’ में फिल्म ‘एक होती वादी’ के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • 2002, ‘महाराष्ट्र स्टेट फिल्म अवार्ड्स’ में  ‘ध्यानी मणि’ के किरदार के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।
    • 2012, ‘गोल्ड अवार्ड्स’ में ‘एसीपी प्रद्युम्न’ की भूमिका के लिए ‘बेस्ट एक्टर’ का अवार्ड मिला था।

    शिवाजी साटम का निजी जीवन

    शिवाजी साटम ने ‘अरुणा’ नाम की महिला से शादी की थी। अरुणा का दिहांत साल 2002 में ही हो गया था क्युकी उन्हें स्तन कैंसर की बीमारी थी। शिवाजी अपने एक एपिसोड को शूट करने का लगभग 1.5 लाख रुपए लेते हैं।

    उनकी लोकप्रियता आज तक भी जनता के बीच इतनी है की लोग उनका वो मसहूर डायलॉग ‘कुछ तो गड़बड़ है’ अभी भी दोहराना पसंद करते हैं।

    आप अपने सवाल और सुझाव नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

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