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शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नें वर्तमान कमलनाथ सरकार पर आरोप लगाया है कि वह पुलिस की मदद से आयकर विभाग को प्रदेश में काम नहीं करने दे रही है।

शिवराज सिंह नें कहा, “सारा ज़माना देख रहा है, पिछले 100 दिनों में मध्यप्रदेश में जो खेल चला है, अलग-अलग संपत्तियाँ निकल रही हैं, यह सब उसी का नतीजा है।”

शिवराज सिंह नें कहा कि आयकर विभाग सबूत मिलने के बाद कार्यवाई कर रहा है और उसे लगातार कैश बरामद हो रहा है और संपत्तियों का जखीरा निकल रहा है।

चौहान नें आगे कहा, “मध्य प्रदेश शांति का टापू है लेकिन उसे संविधान को ध्वस्त करने के लिए संघर्ष का अखाड़ा बना दिया गया है। आदर्श आचार संहिता लागू है, किसके निर्देश पर पुलिस वहाँ गई? भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास हम सफल नहीं होने देंगे।”

उन्होनें आगे कहा, “मुझे आश्चर्य है कि बजाय आयकर विभाग का सहयोग करने के, उनकी कार्यवाई को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। इनकम टैक्स विभाग अपना काम कर रहा है। संविधानिक अधिकार है उनका।”

चौहान नें आगे कहा कि crpf की टुकड़ी अपना काम कर रही थी, लेकिन मध्य प्रदेश पुलिस नें उन्हें काम नहीं करने दिया।

शिवराज सिंह नें आगे कहा कि पुलिस नें CRPF के जवानों का सामना किया और यह संविधान को तार-तार करने के जैसा है। उन्होनें कहा कि ऐसा करना मर्यादा की धज्जियाँ उड़ाने जैसे है।

शिवराज सिंह नें कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किस बात का डर है।

उन्होनें कहा, “ऐसे ओछी मानसिकता है, आरोप लगाया जा रहा है कि कार्यवाई भाजपा के इशारे पर हो रही है। क्या भारतीय जनता पार्टी नें कैश वहां ले जाकर रख दिया है। मैंने मीडिया की रिपोर्ट में देखा, पैसा बरामद हो रहा है, संपत्तियां बरामद हो रही हैं, कार्यवाई को रोकने का प्रयास क्यों किया जा रहा है?

शिवराज सिंह चौहान नें इसे ‘अभूतपूर्व संवैधानिक संकट’ करार दिया।

उन्होनें कहा कि जैसा ममता बनर्जी बंगाल में कर रही हैं, वैसा ही खेल मध्य प्रदेश में खेला जा रहा है।

शिवराज सिंह नें बयान में अंत में चेतावनी दी, कि मुख्यमंत्री समझ लें, कि इसका परिणाम क्या होगा?

By पंकज सिंह चौहान

पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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