केरल के संसदीय क्षेत्र के नेता और कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर इस चुनाव में हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं। उन्होंने शनिवार को कहा कि 2014 का मुकाबला इस बार के मुकाबले से ज्यादा कठिन था।
थरूर ने कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य ए. के. एंटनी की उपस्थिति में मीडिया से कहा, “आखिरी बार (2014) मुकाबला कठिन था, क्योंकि तब चरित्र का हनन किया गया था। तब मोदी लहर थी, लेकिन इस बार कोई मोदी लहर नहीं है।”
इस बार थरूर का मुकाबला मिजोरम के पूर्व राज्यपाल और भाजपा प्रत्याशी कुम्मनम राजशेखरन और भाकपा के विधायक और पूर्व राज्यमंत्री सी. दिवाकरन के साथ है।
2004 में थरूर 15000 मतों से और 2009 में 99,987 मतों से विजयी हुए थे।
उन्होंने कहा, “मोदी ने लोगों को जो सपने दिखाए उसे पूरा करने में वह असफल रहे। मैं यह मानता हूं कि 2014 की तरह इस बार भी मुकाबला त्रिकोणीय है, लेकिन प्रभावशाली अभियान से हम ऊपर उठे हैं और हम उन्हें जवाब देने में सक्षम हैं।”
केरल में 23 अप्रैल को मतदान होगा।