Sun. Nov 17th, 2024
    सुषमा स्वराज

    संसद के मानसून सत्र के दौरान आज राज्यसभा में विदेश नीति पर चर्चा हुई। विपक्ष ने आपसी एकजुटता दिखाते हुए सरकार को पाकिस्तान और चीन के मुद्दों पर घेरा। प्रमुख विपक्षी नेताओं में जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा, समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव और सीपीआई नेता डी राजा के सम्बोधन शामिल रहे। डी राजा ने श्रीलंका द्वारा भारतीय मछुवारों को बंदी बनाने का मुद्दा उठाया वहीं शरद यादव ने हालिया सीमा विवाद को विषय बनाया। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पीएम मोदी को घेरा वहीं रामगोपाल यादव ने देश के मित्र देशों की संख्या बढ़ने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस दौरान राजयसभा में मौजूद रहे।

    डी राजा ने उठाया मछुआरों की बंदी का मुद्दा

    गुरूवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों को बंदी बनाने का मामला उठा। सीपीआई नेता डी राजा द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि श्रीलंका सरकार से इस बारे में बात चल रही है। कई भारतीय नौकाओं और मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना रिहा भी कर चुकी है।

    डी राजा

    विदेश मंत्री की क्षमताओं का इस्तेमाल नहीं हुआ – शरद यादव

    पूर्व जेडीयू अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव ने विदेश नीति पर चर्चा शुरू की। बिहार में हुई राजनीतिक उठापटक के बाद बागी तेवर अपनाने वाले शरद यादव के तेवरों में आज थोड़ी नरमी दिखी। उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ करते हुए कहा कि देश को अच्छा विदेश मंत्री मिला है। हमारी विदेश मंत्री में हर संकट से निपटने की काबिलियत और क्षमता है। पर उनकी क्षमताओं का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि आज जब चीन की ओर से बयानबाजी होती है तो उसे सुनकर दुःख होता है। हमारी सेना तभी मजबूत होगी जब हमारे देश की जनता मजबूत हो। और जनता में मजबूती तब आएगी जब उसे अपनी सरकार और उसकी नीतियों पर विश्वास हो। उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध भी हमने अकेले दम पर ही लड़ा था पर उस वक़्त में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जी की चतुराई भी काम आई थी। उन्होंने कहा कि चीन में हर कोई भारत के खिलाफ युद्ध के मुद्दे पर एक है लेकिन हमारा देश कई तरह की समस्याओं से जूझ रहा है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं, कश्मीर की अलग समस्या है। देश के अंदर नक्सलवाद व्याप्त है। ऐसे में अपने लोगों के साथ के बिना हम कैसे युद्ध करेंगे। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज तो बस हरिया का काम कर रही हैं, असली कक्का तो कोई और बैठा है।

    शरद यादव

    आनंद शर्मा ने किया मोदी पर हमला

    कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पकिस्तान के मुद्दे को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट नहीं है। अफगानिस्तान से लौटते वक़्त प्रधानमंत्री बिना किसी सूचना के लाहौर चले गए। उन्हें वहाँ सलामी और गार्ड ऑफ़ ऑनर तो नहीं मिला पर तोहफे में आतंकतवादी हमले जरूर मिले। पीएम अबतक 65 देशों की यात्रा कर चुके हैं लेकिन जनता को अबतक पता नहीं चला है कि यात्राएं कितनी कारगर रही हैं। हाल ही में एनएसए अजित डोभाल चीन गए थे लेकिन सीमा विवाद का कोई हल नहीं निकला। पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था ख९ी एक के बदले दस सिर लाएंगे पर लगता है उनके चुनावी वादों की तरह यह भी खोखली बात है। उन्होंने चीन के साथ जारी सीमा विवाद पर कहा कि चीन के राष्ट्रपति शीजिनपिंग इस पर दो बार बयान दे चुके हैं लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इसपर अब तक जनता से कोई बात नहीं की। वो सबसे मैं की बात तो करते है पर बॉर्डर की बात नहीं करते।

    आनंद शर्मा

    मित्र देशों की संख्या बढ़ाये भारत – रामगोपाल यादव

    समाजवादी नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि आज चीन और पाकिस्तान मिलकर चारों ओर से भारत को घेर रहे हैं। चीन कश्मीर में पहले से दखलंदाजी कर रहा है और अब वह भूटान में भी घुसना चाहता है। भारतीय सरकार की कमजोर नीतियों की वजह से ही श्रीलंका के हम्बनटोटा में चीन बंदरगाह विकसित कर रहा है। हिमालय की पहाड़ियों के बाद चीन की नजर अब हिन्द महासागर पर टिकी है। कोई भी पडोसी देश भारत के साथ नहीं रह गया है और हर जगह चीन की मौजूदगी स्पष्ट देखी जा सकती है। ऐसे में देश को मित्र राष्ट्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी करनी होगी। देश को कुछ ऐसे सहयोगियों की जरुरत है जो जरुरत के समय सैन्य मदद के लिए भी तैयार रहे और वह सक्षम भी हो। अब तक भारत फिलिस्तीन की वजह से इजराइल से अच्छे सम्बन्ध नहीं बना पाया था और अब देर-सबेर उसने दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। भारत को अपने पुराने सहयोगी रूस से भी संबंधों में मजबूती लानी होगी और अमेरिका को भी साथ लाना होगा। एशिया में जापान और दक्षिण कोरिया भारत के भरोसेमंद और मजबूत साथी साबित हो सकते हैं।

    रामगोपाल यादव

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।