संयुक्त राष्ट्र के मानव अधिकार के उच्चायोग मिशेल बचेलेट ने वेनेजुएला की सरकार और विपक्षियों से राजनीतिक मतभदों को किनारे रख बातचीत करने की मांग की है और दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र में एक माह की राजनीतिक संकट को खत्म करने के साथ बातचीत करें।
उन्होंने कहा कि “मैंने सभी राजनीतिक नेताओं से नॉर्वे द्वारा आयोजित बैठक में बातचीत करने की अपील की है और वेनेजुएला के मौजूदा राजनीतिक हालातो को सम्बोधित करने ऐसे अन्य प्रयासों को करना चाहिए।
तीन करोड़ वेनेजुएला के नागरिकों का भविष्य नेतृत्व की इच्छा पर है और निजी, विचारधारा और राजनीतिक इरादों को जनता के मानवधिकार से आगे रखा जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि “मैं वेनेजुएला में ऐसी बातचीत की संभावनाओं की सफलता पर लोगो के सन्देश को समझ सकती हूँ लेकिन बिगड़ते हालात नेतृत्व से इसे सुलझाने की मांग कर रहे हैं।” उनका बयान वेनेजुएला की तीन दिवसीय यात्रा के आखिरी दिन आया है और उन्हें राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने आमंत्रित किया था।
यूएन में मानवधिकार प्रमुख ने कहा कि “हम सरकार के साथ एक समझौते पर पहुंच गए हैं कि यहां एक छोटी मानवधिकारों के अधिकारीयों की टीमें स्थापित होंगी। जो वेनेजुएला में मानव अधिकारों के हालातो पर निगरानी रखेंगे।” यात्रा के दौरान वेनेजुएला के विभागों से असंतुष्ट बंदियों को रिहा करने के लिए मांग की थी।
उन्होंने कहा कि “मैं विपक्ष के नेता गिल्बर्ट कारो की ख़ुफ़िया विभाग से रिहाई का स्वागत करती हूँ। इसके आलावा मेल्विन फरइस और जुनोइर रोजस की रिहाई का भी स्वागत करती हूँ लेकिन विभाग को सभी असंतुष्ट बंदियों को रिहा करने की मांग करती हूँ।”
मादुरो ने बचेलेट की यात्रा को वेनेजुएला और यूएन के बीच सबंधों को मज़बूत करने के लिए बेहतर कदम बताया है। दक्षिणी अमेरिकी राष्ट्र आर्थिक और राजनीतिक संकट से गुजर रहा है। विपक्ष के नेता जुआन गाइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था जिसके बाद देश से में राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बना हुआ है।
जुआन गाइडो का अमेरिका सहित 50 राष्ट्रों ने समर्थन किया था। मादुरो ने आरोप लगाया कि उनके विरोधियों ने नाकाम तख्तापलट की कोशिश की थी।