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    विधानसभा उपचुनाव

    आज देश के 3 राज्यों में 4 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव हो रहे है। इन 4 सीटों में से 2 सीटें गोवा राज्य की है वहीं एक सीट आंध्र प्रदेश और एक सीट दिल्ली की है। इन 3 राज्यों की 4 सीटों में से पूरे देश की नजरें 2 सीटों पर टिकी हैं। ये 2 सीटें है गोवा की पणजी सीट और दिल्ली की बवाना सीट। जहाँ पणजी सीट से गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर चुनावी मैदान में है वहीं दिल्ली की बवाना सीट पर भाजपा और आप में सीधी लड़ाई है। कांग्रेस ने पणजी सीट से मनोहर पर्रिकर के खिलाफ राहुल गाँधी के करीबी माने जाने वाले गिरीश चंदोनकर को मैदान में उतारा है। वहीं गोवा की एक अन्य सीट वालपोई से भाजपा ने विश्वजीत राणे को चुनावी मैदान में उतारा है। उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार रवि नायक से है।

    विधानसभा उपचुनाव की चौथी सीट आंध्र प्रदेश की नंदयाल है। यहां सत्ताधारी दल तेलगू देशम पार्टी और वाईएसआर कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच सीधा मुकाबला है। आंध्र प्रदेश में भाजपा का तेलगू देशम पार्टी के साथ गठबंधन है और वर्तमान में भाजपा सरकार में साझेदार है। यहाँ चुनावों में मतदाता सत्यापन पत्र ऑडिट ट्रेल का इस्तेमाल किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस चुनाव में तेलगू देशम पार्टी को बड़े अंतर से जीत हासिल हो सकती है। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर मतदान शुरू होने के कुछ समय बाद ही पणजी में मतदान केंद्र पर पहुँचे। उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया और अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त दिखे।

    मनोहर पर्रिकर
    पणजी में मतदान केंद्र से बाहर आते पर्रिकर

    आप के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई है बवाना उपचुनाव

    गोवा की पणजी सीट के बाद सबसे ज्यादा चर्चा दिल्ली की बवाना सीट की है। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हो रहे इस उपचुनाव में जनता के मिजाज की खबर लगेगी। पहले आप दिल्ली में चुनावों को लेकर बड़े-बड़े दावे करती रही है पर हाल ही में संपन्न हुए निकाय चुनावों में उसकी असलियत सामने आ गई है। दिल्ली नगर निगम चुनावों में भाजपा ने आप को बुरी तरह से शिकस्त दी थी। इसके बाद से ही आप के राजनीतिक भविष्य पर संकट के बादल नजर आने लगे थे। बवाना में मुकाबला आप छोड़कर भाजपा में शामिल हुए वेद प्रकाश और आप उम्मीदवार रामचंद्र के बीच है। कांग्रेस ने सुरेंद्र कुमार को यहाँ से चुनावी मैदान में उतारा है। पिछले कई चुनावों में आप का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है और देश में आप की लोकप्रियता घटती नजर आ रही है। ऐसे में यह उपचुनाव आप के लिए प्रतिष्ठा की जंग हो गई है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।