Fri. Nov 22nd, 2024
    बिट्कॉइन बिजनेस लीगल टेंडर नहीं

    क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन ने इस साल जिस तरीके उछाल लिया है, उसे देखते हुए वित्त मंत्रालय ने ग्राहकों को चेतावनी जारी करते हुए इसके जोखिम से अवगत कराया है। वित्त मंत्रालय ने अपने एक हालिया बयान में कहा है कि बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्रा कोई लीगल टेंडर नहीं है, और ना ही इससे किसी भी तरह की परिसंपत्तियों का कोई लेना-देना है।

    बिटकॉइन कीमतों में हर रोज उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। सरकार ने इस तरह के जोखिम से बचने के लिए कुछ तैयारियां की है। कुछ लोगों को ऐसा मानना है कि देश में अवैध करार दी गई इस करंसी में कारोबार करना काफी खतरनाक हो सकता है।

    अब वित्त मंत्रालय ने भी बिटकॉइन व्यापार के जोखिम से अवगत कराते हुए कहा है कि बिटकॉइन व्यापार एक तरह से पोंजी योजना है, जिसमें निवेश करना एक बुलबुले की तरह खतरनाक है।

    मंत्रालय का कहना है कि बिटकॉइन जैसी पोंजी स्कीम में पैसा निवेश करना खतरे से खाली नहीं है, खुदरा कंज्यूमर्स बिटकॉइन व्यापार के तहत अपनी मेहनत की पूंजी कभी भी खो सकते हैं। वित्त मंत्रालय ने कहा कि बिटकॉइन बिजनेस से पूरी तरह सतर्क रहने की आवश्यकता है।

    डिजिटल प्रारूप में जमा की बिटकॉइन मुद्रा के हैक किए जाने के साथ-साथ पासवर्ड खो जाने आदि का डर बना रहता है। ऐसे में आपके पैसे को स्थाई नुकसान पहुंच सकता है। यहीं नहीं बिटकॉइन व्यापार एक ऐसी ई-पोंजी स्कीम है, जिसमें इस वर्चुअल मुद्रा के साथ कुछ भी हो सकता है।

    आरबीआई और सेबी तथा मंत्रालय एक ऐसी योजना बनाने की तैयारी कर रहे हैं जिससे भाले भाले निवेशक बिटकॉइन बिजनेस की धोखाधड़ी के शिकार ना हो सकें। बिटकॉइन बिजनेस में फ्रॉड करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो चुकी है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि सरकार बिटकॉइन मुद्रा को लेकर कोई समर्थन नहीं करती क्यों कि बिटकॉइन व्यापार कोई लीगल टेंडर नहीं है।

    इसे कानूनी निविदा के रूप में नहीं माना जा सकता है। वित्त मंत्रालय ने आगे यह भी चेताया कि बिटकॉइन किसी भी मुद्रा से एक्सचेंज करने के लिए अधिकृत नहीं है।

    गौरतलब है कि आरबीआई बिटकॉइन जोखिमों को लेकर उपभोक्ताओं, धारकों तथा बिजनेसमैन को करीब तीन बार क्रमश: दिसंबर, 2013, फरवरी, 2017 और दिसंबर, 2017 में आगाह कर चुकी है। अभी हाल में ही आयकर विभाग ने तथाकथित कर चोरी के संदेह पर देशभर के बिटकॉइन एक्सचेंजों का सर्वेक्षण किया था।

    यही नहीं बेंगलुरू की जांच शाखा के तहत आयकर विभाग के अधिकारियों की कई टीमों ने दिल्ली, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि और गुरुग्राम सहित करीब नौ बिटकॉइन एक्सचेंजों का विजिट किया।

    यह भी पढ़ें: ऑनलाइन पैसा कैसे कमाए?