जैसा कि हम जानते हैं शरीर में विटामिन की प्रचुर मात्रा होना अनिवार्य है। विटामिन की कमी शरीर में अन्य समस्याएं पैदा कर देती है। इन विटामिन्स में से एक ऐसा विटामिन आता है जिसे हम खट्टी चीज़ों से प्राप्त करते हैं, उसका नाम है विटामिन सी।
विटामिन सी की कमी से शरीर में अनेक रोग हो जाते हैं। यदि हम अनेक प्रकार के रोगों से बचना चाहते हैं तो हमें अपने शरीर में विटामिन सी का स्तर संतुलित रखना होगा।
विषय-सूचि
आइए एक नज़र डालते हैं कि किस वजह से शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाती है? उसके बाद हम विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग, उनके लक्षण व निवारण पर प्रकाश डालेगें।
विटामिन सी की कमी के कारण
- शरीर में विटामिन सी की कमी का सबसे बड़ा कारण यह है कि हम अपने आहार में उन पदार्थों को नहीं लेते जो विटामिन सी से भरपूर हैं।
- अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग खट्टा खाने से मना कर देते हैं। उन्हें लगता है कि खट्टा खाने से उनके शरीर में अनेक प्रकार के विकार आ जाएंगे जो कि ग़लत है।
- यदि हम एक निश्चित मात्रा में खट्टे पदार्थ नहीं खाएंगे तो यक़ीनन हमारे शरीर में विटामिन की कमी हो जाएगी।
- जो लोग जंक फ़ूड या अत्यधिक मसाले युक्त खाना खाते हैं उसमें विटामिन सी का स्तर कम देखा जाता है। तनाव, स्ट्रेस आदि के कारण भी विटामिन सी का स्तर प्रभावित होता है।
विटामिन सी की कमी के लक्षण
- जब शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाती है तो हमें दाँतों से संबंधित कई समस्याएं हो जाती हैं।
- विटामिन सी की कमी से जोड़ों में दर्द और सिर में दर्द की समस्या होने लगती है।
- शरीर में थकान का अनुभव होता है और वज़न तेज़ी से कम होना शुरू हो जाता है।
- त्वचा पर लाल और बैंगनी रंग के धब्बे और चकत्ते पड़ जाते हैं। त्वचा के और बालों के रंग में थोड़ा सा बदलाव होने लगता है।
- भारी मात्रा में तनाव महसूस होता है और मूड स्विंग की भी समस्या होती है।
ये तो हो गए कि विटामिन सी की कमी से के कारण और उसके लक्षण क्या हैं?
आइए अब देखते हैं कि विटामिन सी की कमी के परिणाम क्या हैं अर्थात विटामिन सी की कमी से कौन कौन से रोग हो जाते हैं।
विटामिन सी की कमी से होने वाले रोग
स्कर्वी
विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाता है। इस रोग में शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों पर प्रभाव पड़ता है।
हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं और जोड़ों में दर्द रहने लगता है।
दाँतों की चमक चली जाती है और दाँत कमज़ोर हो जाते हैं।
प्रतिरक्षा तंत्र कमज़ोर हो जाता है
हमने पिछले कई आर्टिकल्स में पढ़ा है कि विटामिन सी प्रतिरक्षा तंत्र को मज़बूत करने का कार्य करता है।
इस तरह हम देख सकते हैं कि यदि शरीर में विटामिन सी की कमी हो जाए तो हमारे प्रतिरक्षा तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
जब हमारा प्रतिरक्षा तंत्र कमज़ोर हो जाता है तो हमारा शरीर इन्फेक्शन और रोगों से बहुत आसानी से घिर जाता है।
बाल झड़ने लगते हैं
शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर बाल तेज़ी से गिरना शुरू हो जाते हैं। इतना ही नहीं बालों की चमक और निखार भी कहीं खो जाते हैं।
बालों की जड़ों में डैंड्रफ की समस्या हो जाती है जिससे कि बालों की जड़ों में बालों की पकड़ कमज़ोर होने लगती है। ऐसे में बाल तेज़ी से झड़ना शुरू हो जाते हैं।
शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स यानी लाल रक्त कोशिकाओं की भी कमी हो जाती है। ऐसे में हेयर फॉलिकल कमज़ोर हो जाते हैं और बाल गिरने की समस्या हो जाती है।
एनीमिया का ख़तरा
शरीर में विटामिन सी की कमी होने पर एनीमिया का ख़तरा बढ़ जाता है। शरीर में रक्त का स्तर कम होने लगता है क्योंकि रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन कम हो जाता है।
विटामिन सी की कमी होने पर शरीर में भोजन से आयरन के अवशोषण की दर कम हो जाती है। आयरन रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जब शरीर में आयरन का स्तर संतुलित नहीं हो पाता तो रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन सुचारु रूप से नहीं हो पाता है। ऐसे में शरीर में खून की कमी हो जाती है।
कैंसर का ख़तरा
विटामिन सी ना सिर्फ़ हमारे प्रतिरक्षा तंत्र को मज़बूत करता है बल्कि यह शरीर में किसी भी प्रकार के फ़्री रेडिकल्स को भी कंट्रोल करता है। जब शरीर में फ़्री रेडिकल्स बनते हैं तो ऐसे में कोशिकाएँ डैमेज हो जाती है।
फ़्री रेडिकल्स कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से विभाजित होने के लिए प्रेरित करते हैं। जब कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती है तो वे शरीर में कैंसर बना देती हैं।
इन्फेक्शन्स का ख़तरा
विटामिन सी की कमी से प्रतिरक्षा तंत्र कमज़ोर हो जाता है। इस तरह शरीर इंफेक्शन और संक्रमणों की चपेट में आसानी से आ जाता है।
इतना ही नहीं विटामिन सी की कमी होने से शरीर के घाव और डैमेज हुई कोशिकाएं जल्दी रिकवर नहीं कर पाती हैं।
घाव भरने में काफ़ी समय लगता है और कोशिकाओं का पुनः बनने में भी काफ़ी समय लगता है।
अस्थमा की समस्या
जिन लोगों में विटामिन सी की कमी होती है उन लोगों में अस्थमा के लक्षण डेवलप हो जाते हैं। इस कारण उनका श्वसन तन्त्र प्रभावित होता है।
टिश्यूश पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है
विटामिन सी की कमी होने पर शरीर में मौजूद कनेक्टिव टिश्यूश या संयोजी उत्तकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
त्वचा पर चकत्ते पड़ जाते हैं और ज़ख्मों को भरने में टाइम लगता है। जोड़ों में बहुत ज़्यादा दर्द होता है।
इतना ही नहीं विटामिन सी की कमी आँखों की कोशिकाओं और टिश्यूज को भी प्रभावित करती है। विटामिन सी की कमी से जूझ रहे व्यक्ति को चीज़ें धुँधली दिखाई पड़ती है।
इस तरह हम देख सकते हैं कि विटामिन सी की कमी शरीर में अनेक समस्याओं को जन्म देती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ये बहुत ज़रूरी है कि हमारे शरीर में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा हो।
आइये देखते हैं कि किस तरह विटामिन सी का स्तर शरीर में मेंटेन किया जा सकता है।
शरीर में विटामिन सी की कमी को संतुलित रखने के उपाय
- खट्टे पदार्थों में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा पाई जाती है इसलिए हमें अपने आहार में खट्टे पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
- आहार में हरी सब्ज़ियों को भी शामिल करना चाहिए क्योंकि इनमें भी विटामिन सी की मात्रा होती है।
- जितना हो सके उतना जंक फ़ूड या ऑयली फ़ूड को अनदेखा करना चाहिए। इनका सेवन शरीर में पोषक तत्वों की कमी पैदा कर सकता है।
- यदि गंभीर रूप से शरीर में विटामिन सी की कमी हो गई है तो फ़ौरन डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।
Jab m stairs chadhta hu to mere ghutne me dard hota h Kya ye vitamin c ki kami ke Karan h??
ऐसा हो सकता है। विटामिन सी की कमी से हड्डियाँ कमजोर हो जाती है और जोड़ों में भी समस्या हो सकती है। इसके लिए आप पर्याप्त विटामिन सी का सेवन करें।
Vitamin c ke baare me batane ke liye thanks!!
aise kon kon se lakshan hain jinko dekh ke hamen pataa chal jaat hiai ki hamaare vitamin c k kmi hai?
jab hamaare scurvy rog hotaa hai to hamaari body mein uske kya kya lakshan dikhte hain? inhe kaise prevent kiyaa ja sakta hai?