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    हार्दिक पांड्या, विजय शंकर

    जैसे की अब आईसीसी विश्व कप 2019 के लिए कुछ ही महीने बाकि रह गए है, तो ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन शोपीस इवेंट के लिए जल्द ही 15 सदस्यीय टीम की पुष्टि कर सकता है। आलराउंडर विजय शंकर ने हाल में अपने शानदार प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रख है जिससे लगता है कि वह विश्वकप की टीम का हिस्सा हो सकते है। उन्होने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में आखिरी ओवर करवाते हुए भारतीय टीम को 8 रन से शानदार जीत दर्ज करवाई। जिसकी बदौलत अब भारतीय टीम ने सीरीज में 2-0 से बढ़त बना ली है।

    पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को लगता है कि शंकर इंग्लैंड और वेल्स की बस में हो सकते हैं अगर वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शंकर और हार्दिक पांड्या को एक ही प्लेइंग इलेवन में रखा जा सकता है क्योंकि ये दोनों पूरी तरह से अलग खिलाड़ी हैं। शंकर ने नागपुर में अंतिम ओवर में 11 रन का बचाव करते हुए उससे पहले अपने बल्ले से टीम के लिए अहम 46 रन की पारी भी खेली थी।

    नेहरा ने दूसरे एकदिवसीय मैच में शंकर के प्रदर्शन की प्रशंसा करते हुए कहा, “यह उनके लिए वास्तव में महत्वपूर्ण था, छोटी चीजें एक बड़ा बदलाव लाती हैं और मुझे अभी भी लगता है कि आप विजय शंकर को ऑलराउंडर नहीं कह सकते। वह आपका छठा या सातवां गेंदबाजी विकल्प हो सकते हैं। वह हार्दिक पांड्या की तरह अच्छे नहीं हैं, लेकिन निश्चित रूप से समय के साथ बेहतर हो जाएंगे। वह जितना अधिक खेलेगा, उतना बेहतर होगा और वह सुधार करने का हकदार है। एक बल्लेबाज के रूप में इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि उसे कुछ अच्छा कौशल सेट मिला है और आगे जाकर विजय शंकर एक मैच विजेता हो सकते है।”

    शंकर विश्व कप टीम में एक बैक-अप ऑलराउंडर के रूप में मैदान में नजर आ सकते है। हालांकि, नेहरा को लगता है कि पांड्या और शंकर दोनों को एक ही प्लेइंग इलेवन में साथ रखा जा सकता है और दोनों खिलाड़ियों को इंग्लैंड और वेल्स ले जाया जा सकता है। जबकि पंड्या, सभी संभावनाओं में, भारत के पहले-ऑल-राउंडर होने जा रहे हैं, शंकर दृढ़ता से अपने मामले को आगे बढ़ा रहे हैं।

    तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने अबतक 6 वनडे मैच खेले है लेकिन उसमें उन्हें दो ही अवसर में बल्लेबाजी करने को मिली है जिसमें उन्होने 46.50 की औसत से 91 रन बनाए है। उन्होने इस के साथ 6 मैचो में 3 विकेट भी चटकाए है। नागपुर में जब ज्यादातर बल्लेबाज मुश्किल परिस्थिति के कारण पिच पर बल्लेबाजी ने कर पा रहे थे, शंकर ने उस वक्त भारतीय कप्तान का अच्छा साथ देते हुए उनके साथ 81 रन की साझेदारी की। जिससे भारत की टीम 250 रनो के एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच पाई। उन्हें बाद में कप्तान ने आखिरी ओवर में 11 रन बचाने की जिम्मेदारी भी सौंपी, उसमें भी वह खरे उतरे और टीम को 8 रन से जीत दर्ज करवाई।

    नेहरा ने शंकर के विश्वकप की टीम में जगह को लेकर कहा, ” हार्दिक पांड्या की प्रतिभा पर कोई शक नही है, आप उन्हें तीसरे तेज गेंदबाज के रुप में खेला सकते हो। लेकिन विजय शंकर वह है जो 3,4,5,6 किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतर सकता है। वह ऐसा है जो लंबे छक्के लगा सकता है। यह दोनो एक दूसरे के अंतर में एक दम अलग खिलाड़ी है और दोनो विश्वकप की टीम का हिस्सा होंगे। अगर शंकर ऐसा ही अच्छा प्रदर्शन करते रहेंगे।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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