सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लिए 2,413 करोडे की योजनाओ का शिलान्यास किया। जिसके अंतर्गत एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, भूमिगत मल्टीमॉडल टर्मिनल एक रिंग रोड और एक राष्ट्रीय राज्यमार्ग बनाये जायेंगे।
मोदी ने कहा यह बंदरगाह न केवल वाराणसी को बंगाल की खाड़ी से जोड़ेगा बल्कि वाराणसी में व्यापार और अन्य रोज़गार के रास्ते भी खोलेगा। यह एक नए भारत को परिभाषित करेगा और अन्य कुटीर उद्योगों को भी बढ़ावा देगा। मोदी ने कहा की मुझे बेहद ख़ुशी है कि कशी के सपने साकार हो रहे हैं और एक कशी का एक नया चेहरा दुनिया के सामने आ रहा है।
अगले साल चुनाव होने हैं और इस चुनाव के लिए राम मंदिर निर्माण एक एहम मुद्दा बना हुआ है। उस दौर में मोदी ने फिर से उन मुद्दों को छोड़ विकास की राजनीती की बात की है। राम मंदिर निर्माण, फैज़ाबाद और इलाहाबाद का नाम बदलने पर जब हिंदुत्व की राजनीती का मुद्दा ज़ोरो पर है तो इस दौर में मोदी ने कहा है “देश सिर्फ विकास की राजनीति चाहता है।”
वही संघ प्रमुख मोहन भगवत वाराणसी में एक सभा को सम्बोधित करते हुई कहा की राम मंदिर निर्माण पे सर्कार को बल देना चाहिए और साथ हे साथ उन्होंने कहा की सरकार को राम मंदिर निर्माण को ले कर एक कानून बनाना चाहिए जिससे की राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो जाये।
मोदी ने कहा की पिछली सरकारों ने गंगा सफाई के नाम पर सैकड़ो करोड़ रुपयों को बर्बाद करने का काम किया है। हमारी सरकार गंगा में पैसो को बहाने का काम नहीं कर रही है बल्कि सालो से जमे उस गंदगी को साफ़ करने का काम कर रही है। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के उद्घाटन के बाद लगभग 140 मिलियम पानी एक दिन में साफ़ किया जा सकेगा।