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    वायु प्रदुषण दिल्ली

    दिल्ली सरकार ने बढ़ते वायु प्रदुषण को देखते हुए 13 नवम्बर से 17 नवंबर तक ओड-इवन लागू करने के आदेश दिए हैं। इसके जरिये एक दिन ओड नंबर वाले वाहन सड़कों पर दौड़ेंगे ओर दूसरे दिन इवन नंबर वाले वाहन सड़क पर उतरेंगे।

    सरकार इस फैसले के जरिये वाहनों की संख्या कम करके वायु प्रदुषण पर काबू पाना चाहती है। दिल्ली में वायु प्रदुषण इतना बढ़ गया है कि मौसम आपातकाल की स्थिति बन गई है। स्कूलों ओर अन्य संस्थानों को रविवार तक बंद रखने को कहा है।

    इसके अलावा प्रशासन ने 10 साल पुराने डीज़ल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल के वाहनों को दिल्ली में घुसने से इंकार कर दिया है। इसके साथ ही दिल्ली में निर्माण कार्यों में इस्तेमाल हो रहे भारी वाहनों पर भी रोक लगा दी गयी है।

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    दरअसल पिछली बार जब ओड-इवन दिल्ली में लागु किया गया था तो शहर को वायु प्रदुषण से काफी हद तक राहत मिली थी। इसी के चलते हाई कोर्ट ने सरकार को इसके लागु करने की सलाह दी थी।

    दिल्ली हाई कोर्ट ने इसके अलावा अगले तीन दिनों के भीतर एक आपातकालीन बैठक बुलाने का आग्रह किया है जिसमे फैलते वायु प्रदुषण पर चर्चा की जायेगी। इसमें केंद्रीय मौसम विभाग और अन्य मौसम सम्बन्धी संस्थानें हिस्सा लेंगी।

    पर्यावरण मंत्री हर्ष वर्धन ने बताया कि वे इस स्थिति पर लगातार नजर बनाये हुए हैं। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारीयों को जरूरी कार्यवाई करने के लिए कहा गया है और लोगों से आग्रह किया गया है कि वे घरों के भीतर ही रहे।

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    आपको बता दें कि दिल्ली के वायु प्रदुषण का एक बड़ा कारण आस-पास के इलाकों में किसानों द्वारा फसलों को जलाना है। इसके लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कड़ी कार्यवाई करते हुए कहा है कि इस विषय में जरूरी कदम उठाये जाएंगे और यह कोशिश की जायेगी कि इसे पूरी तरह से रोका जा सके।

     

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।