एक ओर जहां आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल अब तेज़ हो चुकी है, वहीं वर्तमान सत्ताधारी पार्टी बीजेपी भी चुनाव को लेकर अपनी कमर कस चुकी है।
ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के नेतृत्व वाली बीजेपी को इस बार लोकसभा चुनाव में इन तीन महिलाओं से कड़ी टक्कर और परेशानी देखने को मिल सकती है।
हाल ही में कॉंग्रेस महासचिव बनीं राहुल गाँधी की बहन प्रियंका गाँधी को पश्चिमी उत्तरप्रदेश की कमान थमाई गयी है। प्रियंका गाँधी को शुरुआत से ही एक मजबूत नेता के तौर पर आँका गया है, ऐसे इस बार भाजपा को प्रियंका की मजबूत छवि से सीधी टक्कर मिलने की उम्मीद है।
इसी के साथ उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती इस बार भाजपा के लिए किसी सरदर्द से कम नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही मायावती ने आगामी चुनाव के लिए अखिलेश यादव से हाथ मिलाया है। इसके बाद मायावती उत्तर प्रदेश में एक बेहद मजबूत चेहरा बन चुकी हैं।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कॉंग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी पहले दिन से ही बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बनी हुईं है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी की राह में सबसे बड़ा रोड़ा ममता को ही माना जाता रहा है।
पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने भी कहा है कि ‘इस बार विपक्ष के पास मजबूत महिला नेता हैं, ऐसे में विपक्ष खास कर महिला वोट को आसानी से अपने कब्जे में कर लेगा।’
गौरतलब है कि कॉंग्रेस के कार्यकर्ता प्रियंका गाँधी में इन्दिरा गाँधी की छवि देखते हैं। ऐसे में प्रियंका गाँधी का इस चुनाव में सीधे तौर पर सामने आना उनके कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ा देगा।
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले महीने ही पश्चिम बंगाल में बीजेपी मुक्त रैली का आवाहन किया था।
हालाँकि जानकारों का मानना है कि वर्तमान में भी नरेंद्र मोदी सबसे मजबूत छवि के नेता हैं, ऐसे में उन्हे सीधी चुनौती पेश करना इतना भी आसान नहीं है।