जब कृति सनोन ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उल्लेख किया कि कार्तिक आर्यन को अन्यायपूर्ण तरीके से ‘लुका छुप्पी’ की सफलता का सारा श्रेय दिया जा रहा था, जबकि वास्तव में कार्तिक और कृति दोनों की फिल्म में समान भूमिकाएँ थीं।
ऐसा कहकर कृति ने ऐसा तीर छोड़ दिया है जो अब मुड़कर वापस नहीं आने वाला, क्योंकि हर मौके पर उनसे अब इसी के बारे में सवाल किये जा रहे हैं।
इस मुद्दे पर कृति का कहना है कि, ” यह इस तरह से नहीं है जैसे मुझे नजरअंदाज किया जाता है या साइड लाइन किया जाता है। मुझे ‘लुका छुप्पी’ के लिए श्रेय और प्रशंसा मिली है और मुझे इस पर खुशी है। मैं केवल कहानी की सुर्खियों पर एक सवाल का जवाब दे रही थी। जहां वेबसाइट और प्रकाशन आमतौर पर महिला प्रधान के नाम को नजरअंदाज करते हैं और यह कहते हैं कि यह केवल पुरुष अभिनेता की फिल्म है।
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कृति के बयान से उद्योग में एक चेन रिएक्शन शुरू हो गया है। कृति कहती हैं, “तापसी पन्नू और अर्जुन कपूर ने भी इसी मुद्दे पर ट्वीट किया और यह अच्छा है कि अब हम कम से कम इसके बारे में बात कर रहे हैं।”
लैंगिक भेदभाव के संदर्भ में कृति को लगता है कि क्रेडिट टाइटल में समाधान, महिला के नाम को पुरुष से पहले रखने का नहीं है। उन्होंने कहा कि, “मैं केवल नामों के क्रम को वर्णानुक्रम में रखना सबसे अच्छा मानती हूँ न कि लिंग के आधार पर।”
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