लीबिया में संघर्ष भयावह रूप लेते जा रहा है और मृतकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। जनरल खलीफा हफ्तार की सेना ने हाल ही में त्रिपोली पर हमला किया था और मंगलवार तक चार और लोगो की मौत हो गयी व 23 लोग जख्मी हो गए हैं। राजधानी में मृतकों का आंकड़ा अब 125 पर पंहुच गया है।
स्थानीय मीडिया के हवाले से स्पुतनिक ने रिपोर्ट दी कि “दक्षिण त्रिपोली से दागी गयी सरफेस टू सरफेस मिसाइल तीन घर बुरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। डब्ल्यूएचो के मुतबिक, इससे पूर्व 121 लोगों की मृत्यु हो गयी थी जबकि कई लोग घायल हुए हैं। हफ्तार की लिबयन नेशनल आर्मी और यूएन समर्थित सरकार की लिबयन आर्म्ड फाॅर्स के बीच संघर्ष शुर हुआ था।
लीबिया के तानाशाह मोहम्मद गद्दाफी की मृत्यु के देश दो भागो में विभाजित हो गया था। एलएनए समर्थित संसद ने पूर्वी लीबिया पर नियंत्रण कर लिया जबकि यूएन समर्थित अंतरिम सरकार का त्रिपोली से पश्चिमी भाग तक नियंत्रण है। हफ्तार ने 4 अप्रैल को त्रिपोली में हमले का ऐलान किया था ताकि राजधानी को नियंत्रण में लिया जा सके।
डब्ल्यूएचओ ने ट्वीट कर कहा कि “इस माह त्रिपोली को कब्जे में लेने के लिए खलीफा हफ्तार द्वारा शुरू किये गए आक्रमक कार्रवाई में 614 अन्य लोग जख्मी हो गए हैं।” मानवीय मामलो के यूएन दफ्तर ने कहा कि “संघर्ष के कारब 13500 लोगो से अधिक विस्थापित हुए हैं जबकि 900 निवासी शिविरों में रहने को मज़बूर है।
पूर्वी लीबिया की सेना का नेतृत्व खलीफा हफ्तार कर रहा है जो राजधानी त्रिपोली को कब्जे में लेने के लिए आक्रमक रणनीति अपना रहा है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त प्रधानमंत्री फैज़ अल सेराज की वफादार सेना विद्रोहियों के बखूबी प्रतिकार कर रही है।