फ्रांस के राष्ट्रपति इम्मानुएल मैक्रॉन अगले सप्ताह लीबिया के पूर्वी क्षेत्र के कमांडर खलीफा हफ्तार से मुलाकात करेंगे और देश में शान्ति वार्ता को बहाल करने के मुद्दे पर चर्चा करेंगे। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में एक महीने के संघर्ष के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति ने बीते सप्ताह संघर्षविराम की मांग की थी।
मैक्रॉन की हफ्तार से मुलाकात
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र समर्थित प्रधानमंत्री फ़ाएज़ अल सर्राज से मुलाकात की थी। फ्रांस के सूत्र ने रायटर्स को बताया कि “वे लीबिया के हालातो पर चर्चा करेंगे। उस परिस्थिति पर वार्ता करेंगे जिससे राजनीतिक वार्ता पर वापस लौटा जा सके और साथ ही संयुक्त राष्ट्र और साझेदारी से सामंजस्य के बाबत चर्चा करेंगे।
इटली के प्रधानमंत्री गिउसेप्पे कांटे ने गुरूवार को हफ्तार से मुलाकात की थी क्योंकि यूरोपीय संघ इस संघर्ष पर विराम देखना चाहता है। संयुक्त राष्ट्र की महीनो की शान्ति वार्ता को ठुकराकर हफ्तार की सेना ने राजधानी त्रिपोली पर आक्रमण कर दिया था।
इटली के राष्ट्रपति दफ्तर के बयान के मुताबिक “प्रधानमंत्री कांटे ने देश में मानवीय संकट को दरकिनार करने और रक्षा के लिए जल्द से जल्द संघर्षविराम पर सहमति की जरुरत को दोहराया था। लीबिया की जनता पहले ही मुश्किल चुनौतियों को झेल रही है।”
त्रिपोली पर मौजूदा समय में यूएन समर्थित सरकार का नियंत्रण है लेकिन कुछ यूरोपीय देश जैसे फ्रांस चरमपंथियों से निपटने के तरीके पर पूर्वी सैन्य कमांडर खलीफा हफ्तार का समर्थन करते हैं। साल 2011 में मुअम्मर कद्दाफी की हत्या के बाद देश में अराजकता का माहौल बरक़रार है।
बीते हफ्ते इम्मानुएल मैक्रॉन से मुलाकात के बाद सर्राज के प्रशासन ने 40 विदेशी कंपनियों से उनके लाइसेंस रेन्यू या अभियानों को रद्द करने के लिए कहा था। इसमें फ्रांस की एक प्रमुख तेल कंपनी भी शामिल थी।