लीबिया की राजधानी त्रिपोली में हिंसक संघर्ष में 32 लोगो की मृत्यु के बाद रूस ने सभी पक्षों से शान्ति बनाये रखने की मांग की है। मास्को के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि “रूस ने सभी पक्षों से कार्रवाई न करने की मांग की है जो युद्ध में रक्तपात को बढाए और नागरिकों की हत्याएं हो।”
रूस के उप विदेश मंत्री मिखाइल बोगदानोव ने कहा कि “वह विवाद के सभी पक्षों के साथ संपर्क में हैं। सभी पश्चिमी,दक्षिणी और पूर्वी सभी पक्षों से बातचीत करेंगे। हम सभी से इस मसले का राजनीतिक समाधान निकालने की मांग करेंगे।”
रविवार को त्रिपोली में खलीफा हफ्तार की सेना और यूएन समर्थित सरकार की वफादार सेना के बीच संघर्ष काफी बढ़ गया था। हफ्तार ने राजधानी पर कब्ज़ा करने के लिए आक्रमक हवाई हमला किया था और इसके बाद सरकार की सेना ने भी जवाबी प्रतिक्रिया हवाई हमले से दी थी।
पूर्व कद्दाफी मिलिट्री का प्रमुख हफ्तार थे जो लीबिया के राजनीतिक संघर्ष का सबसे प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरा था। उन्होंने पूर्वी लीबिया के अधिकतर भागो को जब्त कर लिया था। साल 2011 में नाटो समर्थित सेना ने मोअमेर कद्दाफी को अपदस्थ कर दिया था इस पश्चात से सशस्त्र समूहों संघर्ष की शुरुआत हुई थी। यूएन समर्थित गवर्मेंट ऑफ़ नेशनल एकॉर्ड का देश की राजधानी पर नियंत्रण है।
रूस ने कहा कि वह लीबिया की जंग में तटस्थ रहेगा लेकिन जानकारों के मुताबिक, विचारधारा के अनुसार हफ्तार रूस के काफी करीबी है। हाल ही में विश्लेषक एलेक्सेंडर शुमिलिन के मुताबिक “हफ्तार मास्को मैन है। उसे रुसी हथियार भेजे जाते हैं और वह ख़ुशी से उन्हें स्वीकार करता है। वही दूसरी तरफ जीएनए के नेता सर्राज को इटली का समर्थन है।”