लीबिया के तटीय सुरक्षाकर्मियों ने पश्चिमी तट से करीब 125 यूरोप के प्रवासियों दो अलहदा सुरक्षा अभियानों में बचा लिया है।
जिन्हुआ न्यूज़ के मुताबिक लीबिया की नौसेना के प्रवक्ता अयूब क़ासिम ने कहा कि “ज़ेवियाह के तट से 103 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहले अभियान में 80 प्रवासियों को बचाया गया था। जबकि त्रिपोली बंदरगाह से 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक टूटी रबर नाव से 45 प्रवासियों को बचाया गया है।”
हालिया वर्षों में ज्यादा भीड़ वाली रबर की नावों में हज़ारो प्रवासियों ने खतरनाक समुंद्री यात्रा में अपनी जान गंवाई है। यह प्रवासी अपने देश में अराजकता से बचने के लिए दुसरे देशों की पनाह में जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2018 से लीबिया में 90000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं और इसका कारण खलीफा हफ्तार की सेना और यूएन समर्थित सरकार के बीच संघर्ष है।
मुअम्मर गद्दाफी की मौत के बाद देश दो भागो में विभाजित हो गया था। एलएनए की संसद का पूर्वी लीबिया पर नियंत्रण है जबकि यूएन समर्थित गवर्मेंट ऑफ़ नेशनल एकॉर्ड का त्रिपोली से लेकर पश्चिमी लीबिया पर नियंत्रण है। अमेरिका की सरकार शुरुआत में यूएन समर्थित सरकार का समर्थन करती थी लेकिन उनके अब खलीफा हफ्तार के साथ भी संपर्क है।
अधिकतर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने लीबिया की समस्या का समाधान शांतिपूर्ण तरीके से निकालने की मांग की है। अफ्रीकी राष्ट्र में अराजकता का माहौल बढ़ता जा रहा है।
लीबिया की राजधानी त्रिपोली में संघर्ष से 607 लोगो की हत्या की जा चुकी है और 3261 नागरिक बुरी तरह घायल है। लीबिया के राजधानी में एक माह से पूर्व से विद्रोही चरमपंथियों और सरकार की सेना के बीच हिंसक संघर्ष चल रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संघठन ने ट्वीट कर बताया कि “त्रिपोली संकट में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 607 बढ़ गया है और इसमें 40 नागरिक भी शामिल है और 3261 लोग जख्मी हुए हैं जिसमे 117 नागरिक है।”