Mon. Dec 23rd, 2024
    योगी आदित्यनाथ, हिमाचल प्रदेश, कांग्रेस

    लखनऊ में हो रहे इंडिया टुडे ग्रुप के लल्लनटॉप शो में आज सुबह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साक्षात्कार लिया गया तो उन्होंने कई मुद्दों पर खुल के राय रखी। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इस मौके पर अपनी जिंदगी से लेकर अपने राजनितिक करियर तक सभी मुद्दों पर बात की। उन्होंने बातचीत में बताया कि कैसे उन्होंने राजनीती में कदम रखा, साथ ही साथ उन्होंने बताया कि हिन्दू वाहिनी बनने की जरुरत क्यों पड़ी।

     

     

    हिन्दू युवा वाहिनी की स्थापना

    उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से जब पूछा गया कि उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी का निर्माण क्यों किया तो उन्होंने बताया कि जब नेपाल में माओवाद अपने चरम पर था, तो उन्होंने नेपाल की सीमा पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को रोकने के लिए हिन्दू युवा वाहिनी बनाई थी।

     

    हिंदुत्व और जाती पर भी बोले आदित्यनाथ

    योगी से जब जाती और हिंदुत्व को लेकर बात पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि में गोरखनाथ पीठ से आता हूं, जहां जाती के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता है। लोग साथ बैठकर खाना कहते है। अपनी बात को आगे बढ़ते हुए कहा कि अगर छुआछूत की परंपरा होती तो संत वाल्मीकि और संत रविदास कैसे होते, आज केरल की सरकार ने 6 दलित पुजारियों की नियुक्ति की घोषणा की है, यह बात मेरे लिए हास्यास्पद है क्योकि 1990 में गोरखपुर का संत समाज यह काम कर चूका है।

    योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू समाज पर बात करते हुए कहा कि हिन्दू समाज एक उदार समाज है, इसके अंदर अपनी कमियों को दूर करने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि किसी समय में कोई बुराई हिन्दू समाज में घुस गयी हो तो हिन्दू समाज उसे साफ़ करने को हमेशा तैयार रहता है।

     

    धर्मनिरपेक्षता पर भी बोले योगी

    आदित्यनाथ ने हिन्दू धर्म को लेकर कहा कि हिन्दू धर्म नहीं एक सांस्कृतिक सम्बोधन है, धर्म को किसी उपासना विधि के दायरे में कैद नहीं कर सकते। धर्म निरपेक्षता को लेकर उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्ष कोई शब्द ही नहीं है, अगर हम धर्म से निरपेक्ष हो जायेंगे तो पतन की चरम सीमा पर पहुँच जायेंगे।

     

    अपने राजनीती पर भी बोले योगी

    योगी आदित्यनाथ ने अपने राजनितिक करियर को लेकर बात करते हुए कहा कि जब में पहली बार सांसद बना तो उसके 5-6 महीने के भीतर राजनीती से रूचि कम हो गई थी, इस बात को लेकर जब मैने अपने गुरु से बात की तो उन्होंने कहा कि पलायन मत करो, इसे सेवा का जरिया बनाओ। 1999 के चुनाव में जब मेरे जीत का अंतर महज सात हज़ार वोट से जीत हुई तब मुझे लगा की मेरा निर्णय सही था, मुझे चुनाव नहीं लड़ना चाहिए।

     

    अपने अगले प्रोजेक्ट पर करवाया फोकस

    योगी ने अपने कार्यकाल में जो काम करवाने जा रहे है, उन्हें बताया। उन्होंने कहा कि सीबीएससी पैटर्न पर 166 नए मॉडल स्कूल बनेंगे, और साथ ही बतया कि यूपी सरकार जल्द ही स्कूल में चल रहे पाठ्यक्रम के साथ बदलाव करेगी। उन्होंने आगे कहा कि दूसरे शहर में काम करने गए मजदूरों के बच्चो के लिए काम करेंगे, उनके लिए ख़ास स्कूल बनाएंगे और साथ ही खेल और स्किल के लिए ट्रेनिंग देंगे।