ताजा जानकारी के अनुसार सिख खालसा के सदस्यों ने बांग्लादेश में लंगर शुरू कर दी है। हर दिन लगभग 35000 लोगों को खाना खिलाने का लक्ष्य है।
इससे पहले कल ही भारत सर्कार ने मदद के लिए काफी सामान बांग्लादेश भेजा था। इसके बाद खालसा की टीम ने बांग्लादेश सरकार से मदद करने के लिए अनुमति मांगी। खालसा के सदस्य अमरप्रीत सिंह ने बताया, ‘जैसे ही बांग्लादेश सरकार ने अनुमति दी, हमने चावल, सब्जी और बाकी चीज़ें बनाना शुरू कर दी। शुरुआत में हमने 35000 लोगों को रोज खाना खिलाने का फैसला किया है। लेकिन लोग यहाँ बढ़ते जा रहे हैं और ऐसे में हमे पता है कि यह काफी नहीं होगा।’
बांग्लादेश में इस समय लाखों रोहिंग्या मुस्लिम रहने और खाने के लिए भटक रहे हैं। ऐसे में भारत ने खाने और रहने से सम्बंधित सहायता भेजने का फैसला किया है।
आज दिल्ली से एक हवाई जहाज उड़ान भरेगा जिसमे रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद के लिए सामान भेजा जाएगा। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक बांग्लादेश द्वारा भारत को इस मामले में मदद भेजने के लिए कहा गया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने तुरंत इसे स्वीकार कर लिया।
इससे पहले भारतीय सिख खालसा की एक टीम ने बांग्लादेश जाकर रोहिंग्या शरणाथियों की मदद करना शुरू कर दिया है। इस टीम ने भारत से खाने और रहने की जरूरी वस्तुएं ले जाकर वहां लोगों में बाटंनी शुरू कर दी है।
बांग्लादेश में इस समय करीबन 250000 रोहिग्या मुस्लिम रह रहे हैं। म्यांमार में रोहिंग्या मुस्लिमों पर हो रहे हमलों की वजह से लाखों मुस्लिम देश छोड़े को मजबूर हो गए। इनमे से एक बड़ी संख्या में लोगों ने बांग्लादेश में रहने का फैसला किया है। बांग्लादेश के अलावा कई शरणार्थी भारत में भी अवैध रूप से रह रहे हैं।