रोहिंग्या मुस्लिम को वापस म्यांमार में बुलाने के बांग्लादेश के फैसले का भारत ने भी समर्थन किया है। भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाक़ात कर इस मुद्दे पर चर्चा की।
भारत सरकार ने म्यांमार सरकार से रोहिंग्या मुस्लिमों को वापस बुलाने की बात कही है।
इस समय बांग्लादेश में लगभग 3 लाख रोहिंग्या मुस्लिम अवैध रूप से रह रहे हैं। ऐसे में बांग्लादेश की सरकार के लिए उन्हें शरण देना मुश्किल होता जा रहा है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने हाल ही में शरणार्थियों से मुलाक़ात की और इनकी स्थिति पर चिंता जाहिर की।
इसके बाद बांग्लादेश ने भारत से मदद भेजने को कहा था। भारत ने तुरंत राहत सामग्री से भरा एक वायु विमान बांग्लादेश भेज दिया था। बांग्लादेश में शरणार्थियों की मदद के लिए बड़ी मात्रा में अभियान चलाये जा रहे हैं।
भारत की और से सिख खालसा समुदाय के लोग पिछले कई दिनों से रोहिंग्या मुस्लिमों की सेवा में लगे हुए हैं। इसके अलावा बांग्लादेश सरकार भी इसमें अपनी भागीदारी दे रही है।
इसके साथ ही भारत में मौजूद कई मुस्लिम गैर सरकारी संगठनों ने रोहिंग्या मुस्लिमों की मदद करने की बात कही है। दरअसल कल दिल्ली के जंतर मंतर के सामने मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोहिंग्या मुस्लिमों पर अत्याचारों का विरोध किया था। लोगों का कहना था कि भारत को रोहिंग्या मुस्लिमों को शरण देनी चाहिए।