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    ज़िम्बाब्वे चीन

    ज़िम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के इस्तीफा देने के बाद पूरी दुनिया की निगाहें इस अफ्रीकी देश के भविष्य पर टिकी हुई है। चीन ने रॉबर्ट मुगाबे के इस्तीफे के बाद टिप्पणी करते हुए कहा है कि वे अभी भी हमारे अच्छे दोस्त बने रहेंगे।

    राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के बाद चीन ने कहा कि वो अभी भी हमारे दोस्त है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने बीजिंग में मीडिया ब्रीफिंग को बताया कि मुगाबे ने चीन व ज़िम्बाब्वे के रिश्ते को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

    लू कांग ने कहा कि हम ज़िम्बाब्वे के नागरिकों द्वारा बनाई गई पसंद का सम्मान करते है। वह अभी भी हमारा दोस्त है। मुगाबे ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता व जिम्बाब्वे की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

    37 लंबे शासन का हुआ अंत

    गौरतलब है कि 93 वर्षीय रॉबर्ट मुगाबे को 37 साल के लंबे शासन के बाद सेना के अधिग्रहण व सार्वजनिक दबाव की वजह से इस्तीफा देना पड़ा। सत्ता परिवर्तन से पहले ज़िम्बाब्वे के भावी राष्ट्रपति एमर्सन मननगागवा ने बीजिंग का दौरा किया था।

    हालांकि चीन ने इन खबरों से इंकार कर दिया था। मुगाबे के इस्तीफे के बाद जनता व सेना की राष्ट्रपति पद पर पसंद एमर्सन मननगागवा ही है। चीन ज़िम्बाब्वे का सबसे बड़ा निवेशक है।

    लू कांग ने अमेरिका व यूके पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें ज़िम्बाब्वे के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने से बचना चाहिए। चीन अन्य देशों के आंतरिक मामलों में गैर हस्तक्षेप के सिद्धांत को कायम करता है और हम ज़िम्बाब्वे के लोगों की पसंद का सम्मान करते है।

    लू ने आगे कहा कि चीन ज़िम्बाब्वे के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगा। चीन और ज़िम्बाब्वे के बीच में मैत्रीपूर्ण संबंध हमेशा से बने हुए है। ये संबंध भविष्य में भी जारी रहेंगे।