शुक्रवार सुबह रेलवे राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि उन्हें 2019-20 के अंतरिम बजट में वित्त मंत्री पियूष गोयल द्वारा रेलवे में ज्यादा निवेश की उम्मीद है।
सिन्हा ने आगे कहा कि जिस तरीके से हर स्टेशन पर सीसीटीवी और वाई-फाई के स्थापना में केंद्र ने पैसा निवेश किया है,मुझे लगता है की सरकार द्वारा रेलवे में निवेश और भी बढ़ेगा। केंद्र के स्वछ्य भारत के तहत रेलवे में काफी पैसा निवेश किया गया है और इसकी कुछ झलक अब रेलवे स्टेशनों पर दिखने भी लगी है।
बात अगर वर्त्तमान के रेलवे की उन्नति की करें तो अब रेलवे की उन्नति दिखने लगी है. ट्रैन 18, भारत का पहला अर्ध-हाई स्पीड और भारत की पहली बिना इंजन की ट्रेन है। यह पूरी तरीके से भारत में डिजाईन और निर्मित होने वाली पहली ट्रेन भी है। माना जा रहा है की ट्रेन 18 ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना का हिस्सा है। आईएसफ का दावा है की ट्रेन 18,आयात किये जा रहे ट्रेन की किम्मत के आधे खर्च में बना है।
वर्ष 2018-19 में, रेलवे पूंजीगत वय्य में कुल रकम 1,48,528 करोड़ रूपए आंकी गयी थी, जिनमें ज्यादातर पैसा रेलवे के क्षमता निर्माण में खर्च किया गया।
वर्ष 2017-18 में कुल 4,000 किमी तक रेलवे नेटवर्क का विद्युतीकरण किया गया. 2018-19 के एक रेलवे प्रस्ताव के तहत प्रयाप्त्य संख्या में रेलवे के डिब्बे और इंजन प्राप्त किये गये जिसमे 12,000 रेलवे डब्बा, 5160 कोच और तकरीबन 700 लोकोमोंटिवस इंजन शामिल थे। केंद्र सरकार वर्त्तमान चालू वित्त में 3,000 किमी ट्रैक का नवीकरण करने का लक्ष्य है।