Sun. Nov 17th, 2024
    किरायेदार रेंट एग्रीमेंट

    हम सभी जब भी कोई मकान या प्रॉपर्टी किराए पर लेते हैं तो मकान मालिक हमसे एक रेंट अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करवाता है। आप को बता दें कि इस रेंट अग्रीमेंट पर किराए की शर्तें लिखी होती हैं। अक्सर किराएदार इस रेंट अग्रीमेंट को बिना पढ़े ही साइन कर देते हैं जो आगे चलकर किराएदार और मकान मालिक के बीच विवाद का कारण बनता है।

    यह बात ठीक ढंग से जान लें कि रेंट अग्रीमेंट में वही चीजें लिखी होनी चाहिए जो किराया, सुविधा आदि को लेकर किराएदार और मकान मालिक के बीच बात हुई हो। गौरतलब है कि आमतौर पर मकान मालिक हर साल किराए में दस फीसदी की बढ़ोतरी करते हैं। ये बात चेक कर लें कि कहीं आप के रेंट अग्रीमेंट पर इससे कुछ ज्यादा तो नहीं लिखा है।

    कई बार ऐसा होता है कि मकान मालिक इस रेंग अग्रीमेंट पर पालतू जानवर नहीं रखने, नॉनवेज आदि नहीं खाने पर प्रतिबंध के साथ ही आने जाने के समय पर भी पाबंदी जैसी शर्तें लिख देते हैं। इन सभी उपरोक्त बातों के जानने के बाद ही रेंट अग्रीमेंट पर साइन करें वरना बाद में लेने के देने के पड़ जाएंगे।

    यही नहीं जिस मकान में आप रहने जा रहे उसे भलीभां​ति चेक कर लें। यदि उसमें कहीं डैमेज हो तो अग्रीमेंट पर साइन करने से पहले मकान मालिक को सूचित कर दें। ताकि बाद में यही डैमेज आपके और मकान मालिक के बीच विवाद का कारण ना बन जाए। रेंट अग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने से पहले यह भी देख लें कि इस पर किसी अन्य तरह के चार्ज का उल्लेख ना किया गया हो।

    कभी-कभी मकान मालिक मकान के मेंटेन शुल्क का अतिरिक्त बोझ भी आप पर ही डाल देता है। इस प्रकार इन सभी बातों को चेक करने के बाद ही अग्रीमेंट पर साइन करें। घर की रिपेयरिंग, डैमेज आदि ठीक करवाने की जिम्मेदारी किसकी होगी ऐसी बातों को रेंट अग्रीमेंट पर साइन करने से पहले मकान मालिक से क्लियर कर लें। ऐसी सावधानियां नहीं बरतने पर यह देखा गया है कि किराएदार और मकान मालिक के बीच विवाद तो होता ही है, बजट से संबंधित कई नई समस्याएं खड़ी हो जाती हैं।