रिलायंस जिओ इन्फोकॉम के बारे में सूत्रों से खबर मिली है की वह US की एक कॉन्ट्रैक्ट पर उत्पादन करने वाली कंपनी FLEX से अपने नए स्मार्टफ़ोन का उत्पादन करवाने हेतु बातचीत कर रही है।
सूत्रों की मानें तो मुकेश अंबानी जिओ फ़ोन की बढती मांग एवं ज्यादा ग्राहकों तक पहुँचने के लिए स्थानीय तोर पर लगभग 10 करोड़ तक स्मार्टफ़ोन का जल्द से जल्द उत्पादन करवाना चाहता है। इसका मुख्या लक्ष्य बाज़ार में अपना शेयर कीमत बढ़ाना है एवम सबसे बड़ा अभिदाता बन्ने का है।
इस मामले से परिचित एक व्यक्ति ने बयान दिया कि “जिओ एक बड़े आदेश के ऊपर चर्चा कर रहा है एवं इससे बाज़ार में कुछ हलचल देखि गयी है। यहाँ तक की फ्लेक्स को भी गवर्मेंट से टैक्स लाभों पर बातचीत करने को कहा गया है। ” दुसरे व्यक्ति ने इस पर कहा की एक महीने में FLEX की चेन्नई के SEZ में स्थित फैक्ट्री अनुमानित 40-50 लाख तक ही स्मार्टफोंस के उत्पादन की क्षमता रखती है एवं यह सभी उत्पाद को DTA ज़ोन में बेचना चाहती है ताकि इसे एक्स्ट्रा टैक्स भी न देना पड़े।
जीओ का लक्ष्य :
जिओ विभिन्न सस्ते एवं सुलभ जिओफोन बन्नाकर उन 50 करोड़ ग्राहकों को लक्षित कर रहा है जिनके पास अभी तक स्मार्टफ़ोन नहीं हैं एवं अगर उन्हें अच्छे दाम मिलें तो वे स्मार्टफ़ोन खरीदने में झिझकेंगे नहीं।
अगर सरकार नए जिओफ़ोन पर अतिरिक्त कर नहीं लगाती है तो इनका मूल्य आकर्षक होगा एवं ज्यादा ग्राहक होंगे। जिओ किस हद तक बाज़ार के शेयर को प्राप्त करना चाहता है यह इस बात से साफ़ हो जाता है की जिओ ने कितना बड़ा आर्डर दिया है।
जिओ का बढ़ता मार्किट शेयर
काउंटर पॉइंट की एक रिसर्च के अनुसार जिओ ने 2016 में 11.8 करोड़ एवं 2017 में 13.4 करोड़ स्मार्टफ़ोन बेचे थे। यह एजेंसी 2018 में बिकने वाले जिओफ़ोन का अनुमान लगभग 15 करोड़ लगा रही है।
अगर ICICI सिक्योरिटीज की माने तो शुरुआत के बस 3 सालों में ही जिओ के पास बाज़ार का 26 प्रतिशत शेयर आ गया है। इसी के साथ आईडिया 32.8 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर है एवं इसके बाद भारती एयरटेल 30.9 प्रतिशत के साथ दुसरे स्थान पर है।
जिओ का भारतीय बाज़ार में भविष्य
यदि हम विशेषज्ञों की माने तो जिओ फ़ोन का सब्सिडी मॉडल इसे बाज़ार में शीर्ष स्थान पर पहुँचने में मदद कर सकता है। यदि जिओ की प्रदर्शन एवं वृद्धि इसी प्रकार होती रही तो 2021 तक यह भारतीय स्मार्टफोन के बाज़ार का बादशाह बन सकता है।