राहुल गांधी ने आज कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को आड़े हाथों लिया। राहुल गांधी ने कांग्रेस की यूथ विंग की मीटिंग में शिरकत की और वहां युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। संबोधन के दौरान उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम लेते हुए कहा कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है। ज्योतिरादित्य सिंधिया यदि सब्र करते तो वे मुख्यमंत्री बन सकते थे, लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना। राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने ज्योतिरादित्य को समझाया भी था कि वे एक दिन जरूर मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्होंने उनकी बात नहीं मानी और भाजपा में शामिल हो गए। यदि वे कांग्रेस में होते तो मुख्यमंत्री जरूर बनते, लेकिन भाजपा में वो पिछड़ गए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी की दोस्ती के चर्चे बहुत मशहूर हुआ करते थे लेकिन कुछ समय पहले कांग्रेस से नाराजगी के चलते सिंधिया ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया और साथ ही 10 और विधायकों को लेकर भी भाजपा की तरफ शामिल हो गए थे। राहुल गांधी ने कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं को संगठन का महत्व समझाते हुए सिंधिया उदाहरण दिया। राहुल गांधी ने आगे कहा सिंधिया एक दिन जरूर पार्टी में वापस आएंगे और यह बातें लिख कर रखें कि वह बीजेपी में कभी मुख्यमंत्री नहीं बन सकते। साथ ही राहुल गांधी ने कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं को आरएसएस की विचारधारा से लड़ते रहने और कभी ना डरने का सुझाव भी दिया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहते हुए काफी महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुके थे लेकिन बहुत समय से वह अपनी स्थिति को लेकर असंतुष्ट थे। उसके बाद उन्होंने पिछले ही साल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा सौंप कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। इसके चलते नाराज़ राहुल गांधी ने यूथ कांग्रेस की मीटिंग के दौरान उन पर जमकर निशाने साधे हैं। हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया की अभी तक इस खबर पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा का बैकबेंचर बताया है और कहा है कि कांग्रेस में उनकी स्थिति काफी अच्छी थी और वे कांग्रेस में निर्णायक भूमिका में हुआ करते थे।
युवा कांग्रेस की यह मीटिंग दो दिवसीय है और इसमें आज राहुल गांधी ने शिरकत की है। इसमें राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस एक समंदर है। सबके लिए इसके दरवाजे खुले हैं। यदि कोई पार्टी में आना चाहे तो उसे कोई रोकेगा नहीं। पर यदि कोई पार्टी की विचारधारा से अलग सोचता हो तो उसे जाने से भी कोई नहीं रोकेगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद कांग्रेस को काफी नुकसान हुआ था और राज्य में कमलनाथ की सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था और उसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश का नेतृत्व संभाला था। इसी चलते कांग्रेस ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भड़की हुई है। हालांकि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को बराबर सम्मान दे रही है लेकिन राहुल गांधी के इस आरोप के बाद संभव है ज्योतिरादित्य इस पर कोई प्रतिक्रिया जरूर देंगे। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा है कि एक दिन सिंधिया कांग्रेस को दोबारा से जॉइन जरूर करेंगे।