कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री का चेहरा नहीं भी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गठबंधन के प्रधानमंत्री के चेहरे पर निर्णय एक सामूहिक निर्णय होगा क्योंकि कांग्रेस के पास भाजपा की तरह सिर्फ एक ही नेता नहीं। कांग्रेस में बहुत से नेता हैं।
थरूर ने कहा कि हमारे पास प्रणव मुखर्जी, पी चिदंबरम और अन्य कई लोग हैं जिनके पास शानदार अनुभव है। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नेता के रूप में निर्विवाद विकल्प हैं और कहा कि यदि कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच चुनाव कराया जाए तो राहुल गांधी निर्विवरोध रूप से जीतेंगे।
शशि थरूर ने सोशल मिडिया पर राहुल गाँधी को पप्पू कहने वालों की जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा की ये राहुल गाँधी के साथ अन्याय है।
नरेंद्र मोदी के लिए शिवलिंग पर बिच्छू वाले बयान के लिए शशि थरूर ने चुटकी लेते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सफ़ेद घोड़े पर हाथों में तलवार लिए बैठे हीरो की तरह हैं।
उन्होंने मोदी सरकार को एक व्यक्ति की सरकार कह कर आलोचना की। थरूर ने कहा कि बाकी सभी सिर्फ मोदी की धुन पर नाचते हैं। उन्होंने मोदी को भारतीय इतिहास का सबसे ज्यादा केंद्रीकृत प्रधानमंत्री कहा। उन्होंने कहा कि हर निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय लेता है और हर फ़ाइल मंजूरी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय आती है।
फिलहाल तो राहुल गाँधी के प्रधानमंत्री बनने के मुद्दे पर सवाल उठा कर शशि थरूर ने नयी बहस को जन्म दे दिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की कोशिश में लगी कांग्रेस अभी तक प्रधानमंत्री पद पर राहुल की दावेदारी स्पष्ट रूप से सिद्ध नहीं कर पायी है। कई विपक्षी दलों ने कहा है कि प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी चुनाव बाद तय किया जाएगा।