अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर क़ानूनी प्रक्रिया और आपसी सहयोग बनाये जा रहे है। लेकिन इस बीच उप. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर को लेकर एक और बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि जहां थी वही स्थापित होगी और इसपर पहल चल रही है। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद रायपुर में उनका यह पहला दौरा है। उन्होंने रायपुर वासियों से कहा कि मैं भगवान् राम के ननिहाल आया हूँ और राम के जन्मस्थल पर मंदिर बनाने की पहल की जा रही है।
आयोध्या राम मंदिर बीजेपी के चुनावी मुद्दों में सबसे अहम् मुद्दा माना जाता है। जब मोदी केंद्र की सता पर विरजमान हुए तो ऐसा लगा कि मंदिर निर्माण की कवायदे तेज हो जाएँगी। हालाँकि सरकार का मानना है कि बिना आपसी सहमति के मंदिर निर्माण संभव नहीं है। लेकिन उत्तर प्रदेश में जब से योगी ने सत्ता अपने हाथ में लिया है तब से मंदिर निर्माण की उम्मीदे और बढ़ गई है। वैसे देखा जाये तो योगी ने सीएम बनने से पहले कई बार मंचो के द्वारा राम मंदिर की वकालत कर चुके है।
वहीं आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी मुस्लिम समाज से इस मसले पर सहमति बनाने में जुटे हुए है। उनका मानना है कि यह मुद्दा केवल आपसी सहमति से ही संभव है। लखनऊ में एक कार्यक्रम के दौरान श्री श्री ने मुस्लिम वक्फ बोर्ड से मुलाकात की थी और सिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख वासिम रिजवी ने यह बयां दिया कि जिस जगह रामलला का जन्मस्थल है मंदिर वहीं बननी चाहिए, मस्जिद तो कही बन जाएगी।
एकतरफ सिया वक्फ बोर्ड ने उस जमीं पर मालिकाना हक़ लेकर कोर्ट में आरजी दाखिल की हुई है जो की इस मामले की सुनवाई आने वाले समय में होगी। वहीं दूसरी तरफ सिया वक्फ बोर्ड दूसरे पक्षकारों के साथ 15 या 16 को समझौते की कॉपी सौपेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में तीन न्यायाधीशों की पीठ गठित की है। यह पीठ अयोध्या भूमि विवाद में इलाहाबाद उच्च न्यायालय को चुनौती देने वाली याचिकाओं और विवादित भूमि के मालिकाना हक़ पर फैसला सुनाने के लिए सुनवाई कर रही है। साल 2010 में इलहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंड पीठ ने यह फैसला सुनाया था कि जमीन को तीन हिस्सों में बाँट दिया जाये; सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही आखड़ा और रामलला।
सीएम योगी उत्तर प्रदेश में होने वाले निकाय चुनाव का प्रचार अयोध्या से शुरू करेंगे। योगी पुरे 16 नगर निगम वाले शहर में जनसभा करेंगे यह चुनाव 22 नंवबर को शुरू होने है जो कि तीन चरण में होंगे। लेकिन विधानसभा चुनाव के बाद योगी के लिए निकाय चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं माना जा रहा है।
योगी अपने रायपुर दौरे के दौरान राहुल गाँधी पर तंज कस्ते हुए कहा कि वह पिटे हुए मोहरा की तरह है। उनके मुताबिक अगर राहुल का नेतृत्व ठीक होता तो कांग्रेस जीत के मुकाम पर होती लेकिन ऐसा कुछ नहीं है।
रायपुर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए योगी आदित्यनाथ ने यह भी दावा किया कि गुजरात में चौथी बार बीजेपी की सरकार बनेगी।