भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पांच पूर्वी एशियाई देशों की यात्रा पर है। राजनाथ सिंह ने कोरियाई देशो को विभाजित करने वाले एतिहासिक स्थल का दौरा किया है जहां किंम जोंग उन और मून जे इन ने पौधरोपण किया था। यह पौधा उन्होंने शांति की चाह को प्रदर्शित करने के लिए लगाया था।
राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर बताया कि उन्होंने एतिहासिक स्थल का दौरा किया है। करियाई राष्ट्रपति और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने 27 अप्रैल, 2018 को पनमुनजोम में अंतर-कोरियाई शिखर सम्मेलन के दौरान वृक्षारोपण किया था।
अप्रैल में हुए शिखर सम्मेलन के दौरान पहली बार एक उत्तर कोरियाई नेता ने 1953 में कोरियाई युद्ध की समाप्ति के बाद से दक्षिण कोरिया में पैर रखा था। इसी इलाके में डोनाल्ड ट्रंप और किंम जोंग उन ने भी मुलाकात की थी।
इससे पहले दिन में, सिंह ने संयुक्त सुरक्षा क्षेत्र का दौरा किया था जो उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच सेना रहित क्षेत्र में स्थित एक छोटा शिविर है। सिंह ने अमेरिका और उत्तर कोरिया द्वारा हाल के प्रयासों को सकारात्मक बताया था।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हम भारत मे प्रायद्वीप में शांति और स्थिरता को लाने के सभी प्रयासों और वार्ता व बातचीत के जरिये निरस्त्रीकरण का समर्थन करते हैं। इस संदर्भ में अमेरिस-उत्तर कोरिया शिखर सम्मेलन और उत्तर कोरिया-दक्षिण कोरिया शिखर सम्मेलन सकरात्मक प्रयास है।
इतिहास में भारत ने कोरियाई जंग को हल करने के लिए गुट निरपेक्ष राष्ट्र होने के नाते सार्थक कूटनीतिक और राजनीतिक भूमिका अदा की है। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी वीडियो में राजनाथ सिंह को एक दक्षिण कोरियाई सैन्य अधिकारी इस क्षेत्र की भूमिका को समझा रहा है और इसके इतिहास से रूबरू करवा रहा है।