रणदीप हुड्डा, जो बड़े पैमाने पर अपनी स्क्रिप्ट्स के लिए शारीरिक परिवर्तनों से गुजरने के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में एक ऐसी फिल्म के बारे में बात की जो कभी रिलीज़ नहीं हुई। उन्होंने उस फिल्म के बारे में बात की, जो हवलदार ईशर सिंह की कहानी से प्रेरित थी और उनकी कड़ी मेहनत के बावजूद, यह फिल्म सिनेमाघरों तक नहीं पहुंची।
अभिनेता ने फिल्म कम्पैनियन को दिए इंटरव्यू में इस फिल्म के बारे में बताया। फिल्म सारागढ़ी के युद्ध पर आधारित थी जिसमे प्रमुख किरदार हवलदार ईशर सिंह का था। इस किरदार के लिए रणदीप जितनी मेहनत कर सकते थे उन्होंने की। उन्होंने पूरी तरह से खुद को प्रोजेक्ट में समर्पित कर दिया था। हालांकि, बाद में यही किरदार अक्षय कुमार ने अपनी फिल्म ‘केसरी’ में निभा दिया।
रणदीप ने बताया कि कैसे पूरे दो सालो तक उन्होंने अपने शरीर से एक भी बाल नहीं कटवाया था और इतना ही नहीं, प्रोजेक्ट के लिए उनकी प्रतिबद्धता इतनी थी कि उनके व्यक्तिगत रिश्ते पर भी प्रभाव पड़ने लगा।
हमने आखिरी बार रणदीप को ‘सरबजीत’ में भारी शारीरिक बदलावों के साथ देखा और उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ये चीजें अभी भी मामूली रूप से उनके स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही हैं।
उनके मुताबिक, “मैंने अपने स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया। इस किरदार ने वास्तव में मुझे बहुत कुछ दिया, इसने मुझे एक बेहतर इंसान बनाया। इसने मुझे एक अभिनेता और एक व्यक्ति के रूप में पंख दिए। मैंने सिख धर्म के बारे में सुंदर चीजों की खोज की और मैंने अपना घमंड पूरी तरह से खो दिया। मैंने सिख मार्शल आर्ट सीखी, मैंने उनके धर्मग्रंथ, उनकी प्रार्थना, उनका इतिहास और क्या उन्हें महान बनाता है, सीखा। यह एक बहुत ही आंतरिक प्रक्रिया थी। जबकि केश उस की एक बाहरी अभिव्यक्ति थी, ऐसा नहीं था कि मैं सिर्फ बाल बढ़ा रहा था। मैं अपने अंदर सिख बढ़ा रहा था।”
अभिनेता अब बहुत जल्द इम्तियाज़ अली की फिल्म में नज़र आएंगे जो अगले साल वैलेंटाइन पर रिलीज़ होगी।