उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में कहा कि दिसंबर में 1000 करोड़ रुपये के नए औद्योगिक प्रोजेक्ट लांच किये जाएंगे जिससे प्रदेश में 1 करोड़ नयी नौकरियों का सृजन होगा।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद से पिछले डेढ़ साल में उत्तर प्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में 750 करोड़ रूपये का निवेश किया गया है।
उन्होंने कहा कि पहले यूपी सबसे बड़ा राज्य था जहाँ से लोगों को नौकरियों के लिए मुंबई, नागपुर, हैदराबाद, सूरत, लुधियाना और कोलकाता पलायन करना पड़ता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। उनकी सरकार आने के बाद से उत्तर प्रदेश निवेशकों के लिए पसंदीदा राज्य बन कर उभरा है।
योगी ने लखनऊ में एक सरकारी कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार आने के बाद से क़ानून और व्यवस्था में बहुत सुधार हुआ है जिसके कारण निवेशकों के मन से अपराधियों का डर ख़त्म हुआ और वो बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके आने के बाद से सत्ता और अपराधियों के बीच सांठ गाँठ ख़त्म हुआ और अपराधियों के मन में क़ानून का भय पैदा हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने दुसरे राज्यों में पलायन रोकने के लिए पारम्परिक और ग्रामीण आधारित उद्द्योगों को प्रोत्साहन देने हेतु ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना की शुरुआत की थी। जिसके फायदे अब नज़र आने लगे हैं। इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री ने लखनऊ में अवध शिल्प ग्राम में हस्तशिल्प से जुड़े एक प्रदर्शनी कार्यक्रम का अवलोकन किया।
आज अवध शिल्प ग्राम, लखनऊ में ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना के तहत ‘चिकनकारी व जरी-जरदोजी’ पर आयोजित समिट में हस्तशिल्प से जुड़े 08 जनपदों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। pic.twitter.com/QOxgrPg1Hy
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 28, 2018
योगी सरकार हस्तशिल्प और रिटेल उद्योग के लिए नयी पॉलिसी लाने जा रही है जिससे न सिर्फ इन क्षेत्रों को आगे बढ़ने में सहारा मिलेगा बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
हाल के समय में रिटेल के क्षेत्र में यूपी बड़ा बाजार बन कर उभरा है। इसी कड़ी में अमेजन और वालमार्ट जैसे ब्रांड उत्तर प्रदेश में अपने पाँव फ़ैलाने की कोशिश में हैं।
14 जुलाई को प्रधानमन्त्री मोदी ने 230 करोड़ की लागत से बनने वाले 341 किलोमीटर लम्बे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था। उसी समय राज्य में 3 और बड़े प्रोजेक्ट में निवेश करने की बात कही गई थी। ये प्रोजेक्ट है बुंदेलखंड डिफेन्स कॉरिडोर, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, और जेवर अंतरष्ट्रीय एयरपोर्ट।
बुंदेलखंड डिफेन्स कॉरिडोर के लिए शुरूआती निवेश करीब 200 करोड़ रूपये का है जबकि 289 किलोमीटर लम्बे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए 100 करोड़ रुपये और जेवर अंतरष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए 160 करोड़ रुपये की राशि अनुमानित है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जायेगी।